PM Modi ने तमिलनाडु में किया मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन, कहा- भारत बन सकता है मेडिकल टूरिज्म हब

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तमिलनाडु में 11 नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों और चेन्नई स्थित सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ क्लासिकल तमिल के नए कैंपस का उद्घाटन वर्चुअल तरीके से किया. इन दौरान उन्होंने कहा कि भारत में मेडिकल टुरिज्म हब बनने की क्षमता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2022 7:15 PM
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PM Modi inaugurated medical colleges in Tamil Nadu: 12 जनवरी राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु को बड़ी सौगात दी है. पीएम नरेंद्र मोदी(PM Modi) ने आज पूरे तमिलनाडु के 11 नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों और चेन्नई स्थित सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ क्लासिकल तमिल के नए कैंपस का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में देश में 387 मेडिकल कॉलेज थे. पिछले सात सालों में ही यह संख्या बढ़कर 596 मेडिकल कॉलेज हो गई हैं. 2014 से पहले देश में केवल सात एम्स थे लेकिन अब स्वीकृत एम्स की संख्या बढ़कर 22 हो गई है.

वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने तमिल भाषा को लेकर कहा कि वो हमेशा से ही तमिल भाषा और संस्कृति की समृद्धि पर मोहित रहे हैं, उनके जीवन के सबसे सुखद क्षणों में से एक था जब संयुक्त राष्ट्र में दुनिया की सबसे पुरानी भाषा तमिल में कुछ शब्द बोलने का मौका मिला था. मोदी ने आगे कहा कि आने वाले सालों में वह भारत को गुणवत्ता और किफायती देखभाल के लिए जाने-माने गंतव्य के रूप में देखते हैं. उन्होंने कहा कि भारत में मेडिकल टूरिज्म का हब बनने के लिए जरूरी सब कुछ है. इसके अलावा मेडिकल बिरादरी से टेलीमेडिसिन को भी देखने का आग्रह भी उन्होंने किया.

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प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार इन नए मेडिकल कॉलेज के निर्माण में करीब चार हजार करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आई है. जिसमें लगभग 2145 करोड़ रुपये केंद्र सरकार और बाकी तमिलनाडु सरकार ने दिए हैं. इन मेडिकल कॉलेजों की कुल क्षमता 1 हजार 450 सीटों की होगी. वहीं, चेन्नई में केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान का नया परिसर करीब 24 करोड़ रूपए की लागत से बनाया जा रहा है इसमें कई तरह की सुविधाएं दी गई हैं. पीएमओ के अनुसार इससे देश के सभी हिस्सों में सस्ती मेडिकल एजुकेशन को बढ़ावा मिलेगा साथ ही स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में भी सुधार आएगा. जिसके लिए प्रधानमंत्री निरंतर प्रयासरत हैं.

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