PM मोदी ने की मुंबई मेट्रो की सवारी, कहा – ‘भारत बड़े सपने देखने और पूरा करने का अब कर रहा साहस’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई मेट्रो की दो लाइनों का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार भारत बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का साहस कर रहा है. पिछली शताब्दी का एक लंबा समय गरीबी पर चर्चा करने, दुनिया से मदद मांगने और किसी तरह जीने में बीता.

By Aditya kumar | January 19, 2023 7:47 PM
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PM Modi In Mumbai: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को करीब 12,600 करोड़ रुपये की लागत से अंधेरी से दहिसर तक फैले 35 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर मुंबई मेट्रो की दो नई लाइनों 2ए और 7 का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री ने मुंबई में विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया. प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, दहिसर ई और डीएन नगर (पीली लाइन) को जोड़ने वाली मेट्रो लाइन 2ए लगभग 18.6 किलोमीटर लंबी है, जबकि अंधेरी ई-दहिसर ई (लाल रेखा) को जोड़ने वाली मेट्रो लाइन 7 लगभग 16.5 किलोमीटर लंबी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई मेट्रो की दो लाइनों का उद्घाटन किया

महाराष्ट्र के मुंबई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई मेट्रो की दो लाइनों का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार भारत बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का साहस कर रहा है. पिछली शताब्दी का एक लंबा समय गरीबी पर चर्चा करने, दुनिया से मदद मांगने और किसी तरह जीने में बीता. स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार दुनिया ने भारत के संकल्पों पर भरोसा किया.

”भारत तेजी से विकास और समृद्धि के लिए कुछ जरूरी काम कर रहा”

साथ ही उन्होंने कहा कि आज हर किसी को लगता है कि भारत तेजी से विकास और समृद्धि के लिए कुछ जरूरी काम कर रहा है. आज भारत अभूतपूर्व आत्मविश्वास से भरा हुआ है. छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रेरणा से आज के भारत की डबल इंजन सरकार में ‘स्वराज’ और ‘सुराज’ की भावना झलकती है. उन्होंने कहा कि पिछले 8 वर्षों में हमने इस दृष्टिकोण को बदल दिया है. आज भारत अपने भौतिक और सामाजिक बुनियादी ढांचे पर भविष्य की सोच और आधुनिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर खर्च कर रहा है.

”हमने वो जमाना देखा है जब गरीबों के कल्याण का पैसा भ्रष्टाचार का शिकार होता था”

पीएम मोदी ने कहा कि हमने वो जमाना देखा है जब गरीबों के कल्याण का पैसा भ्रष्टाचार का शिकार होता था. करदाताओं से प्राप्त कर के संबंध में कोई संवेदनशीलता नहीं थी. करोड़ों नागरिकों को इसका नुकसान उठाना पड़ा है. बता दें कि इस मेट्रो का शिलान्यास पीएम मोदी ने ही साल 2015 में किया था.

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