PM Modi Independence Speech: ‘पीएम मोदी का भाषण विदाई भाषण जैसा’, कांग्रेस के बाद AAP ने कसा तंज
कांग्रेस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाल किले की प्राचीर से दिए गए संबोधन को ‘झूठ एवं अतिश्योक्तियों से भरा चुनावी भाषण’ करार दिया और तंज कसते हुए कहा कि वह अगले साल अपने आवास पर ही झंडा फहराएंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. पीएम मोदी ने रिकॉर्ड दर्ज करते हुए लगातार 10वीं बार लाल किला से भाषण दिया. पीएम मोदी ने अपने भाषण में कई मुद्दों पर बात की. हालांकि पीएम के भाषण पर विपक्षी दल के नेताओं ने जोरदार निशाना साधा.
पीएम मोदी का भाषण विदाई भाषण जैसा : सौरभ भारद्वाज
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, पीएम मोदी का भाषण विदाई भाषण जैसा था. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि लाल किले पर यह प्रधानमंत्री का आखिरी भाषण है. इसके बाद प्रधानमंत्री लाल किले पर जरूर आएंगे, लेकिन आगे की कुर्सियों पर बैठें और किसी अन्य प्रधानमंत्री की बात सुनेंगे. ये सभी बातें (भ्रष्टाचार और वंशवाद के खिलाफ कार्रवाई की बातें) भाजपा के खोखलेपन को बताती हैं. उन्होंने आगे कहा, भारतीय जनता पार्टी के हर राज्यों के प्रमुख नेताओं के बच्चे आज राजनीति में हैं. चाहे यूपी ले लें, दिल्ली के अंदर प्रवेश वर्मा को देख लें, महाराष्ट्र में पंकजा मुंडे को ले लें, राजस्थान में एक ही परिवार के नेता आज बीजेपी में हैं. बीजेपी के अंदर परिवारवाद खुब पल रहा है.
प्रधानमंत्री ने लाल किले से चुनावी भाषण दिया, 2024 में अपने घर पर फहराएंगे झंडा : कांग्रेस
कांग्रेस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाल किले की प्राचीर से दिए गए संबोधन को ‘झूठ एवं अतिश्योक्तियों से भरा चुनावी भाषण’ करार दिया और तंज कसते हुए कहा कि वह अगले साल अपने आवास पर ही झंडा फहराएंगे. मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के इस दावे में अहंकार दिखाई देता है कि अगले साल वह फिर लाल किले से देश को संबोधित करेंगे.
#WATCH | Delhi: AAP Minister Saurabh Bhardwaj says, "PM Modi's speech was like a farewell speech. I think this is the last speech of the Prime Minister on the Red Fort. After this, the Prime Minister will definitely come to the Red Fort, but will sit on the front chairs and… pic.twitter.com/h35SB31uEY
— ANI (@ANI) August 15, 2023
पीएम का ऐलान, 2024 में भी 15 अगस्त को करेंगे देश को संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को विश्वास जताया कि वह अगले साल लाल किले की प्राचीर से एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित करेंगे और जनता से किए गए वादों की प्रगति उनके समक्ष प्रस्तुत करेंगे. लाल किले की प्राचीर से 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, आपके सामर्थ्य, आपके संकल्प, उसमें हुई प्रगति, उसकी सफलता और गौरवगान… पूरे आत्मविश्वास के साथ आपके सामने प्रस्तुत करूंगा.
पीएम मोदी अगले साल झंडा फहराएंगे, लेकिन अपने घर पर : खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, हर आदमी यही कहता है कि बार-बार जीतकर आऊंगा, लेकिन हराना जिताना मतदाताओं के हाथ में हैं. वह अगले साल झंडा फहराने की बात कर रहे हैं, यह अहंकार है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, वह (प्रधानमंत्री) अगले साल झंडा फहराएंगे, लेकिन अपने घर पर.
जयराम रमेश बोले- पीएम मोदी ने लाल किले से बेतुका चुनावी भाषण दिया
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में आरोप लगाया कि ‘15 अगस्त 2023 को लोगों को यह बताने के बजाय कि उनकी सरकार ने पिछले नौ वर्षों में क्या हासिल किया है, प्रधानमंत्री मोदी ने झूठ, अतिशयोक्ति और अस्पष्ट वादों से भरा एक बेतुका चुनावी भाषण दिया. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने देश को एक साथ लाने, हमारी अब तक की यात्रा का जश्न मनाने, पीड़ितों के दर्द और पीड़ा को स्वीकार करने और आगे आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करने की बजाय इस दिन को अपनी छवि पर केंद्रित रखा. रमेश ने दावा किया, प्रधानमंत्री ने मणिपुर में हिंसा से हुई तबाही को बमुश्किल संबोधित किया और लापरवाह तरीके से इसकी तुलना देश के अन्य हिस्सों में हुई घटनाओं से की. उन्होंने उन घोर विफलताओं पर कोई दुख या स्वीकारोक्ति नहीं दिखाई जिसके कारण मणिपुर संघर्ष क्षेत्र में तब्दील हो गया.
‘अमृत काल’ में भारत माता का किया जा रहा कायाकल्प: कांग्रेस
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भले ही यह कहा हो कि ‘अमृत काल’ में भारत माता का कायाकल्प किया जा रहा है, लेकिन पूरे देश ने मणिपुर में उनका हश्र देखा है जहां महिलाओं पर क्रूरतापूर्वक अत्याचार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कहना भी असत्य है कि देश में युवाओं के लिए अवसरों की कमी नहीं है. रमेश ने आरोप लगाया, स्थानीय संस्कृतियों और भाषाओं पर हमलों और सबसे कमजोर लोगों, विशेषकर दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ भीड़ की हिंसा को वैध बनाकर देश की विविधता को निरर्थक बनाया जा रहा है. मोदी सरकार, भाजपा और कट्टर नेतृत्व वाले संघ परिवार द्वारा मीडिया पर नियंत्रण और सोशल मीडिया के दुरुपयोग से देश का सामाजिक ताना-बाना छिन्न-भिन्न हो गया है.
जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री द्वारा किए गए सुधारों को जन विरोधी बताया
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मुद्रास्फीति का दोष बाकी दुनिया पर मढ़ने की कोशिश की, जबकि हकीकत यह है कि संप्रग सरकार की अवधि की तुलना में कच्चे तेल की कीमतें काफी कम हैं. प्रधानमंत्री द्वारा किए गए सुधारों को जन विरोधी बताते हुए रमेश ने आरोप लगाया, पिछले नौ वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी की विफलताओं को तीन शब्दों ‘दुर्नीति, अन्याय और बदनीयती’ के रूप में समझा जा सकता है. बयानबाजी और दिखावा अब उस सच्चाई को छिपा नहीं सकता, जो पूरे देश के सामने स्पष्ट है.