Narendra Modi Interview: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूए एजेंसी एएनआई के साथ खास बातचीत में कहा, 2024 का चुनाव देश के सामने एक अवसर है. एक ओर कांग्रेस सरकार का मॉडल है और दूसरी ओर बीजेपी सरकार का मॉडल है. उनके 6 दशक का काम और मेरा केवल 10 साल का काम. किसी भी क्षेत्र में तुलना करें, अगर कोई कमियां भी होगी, तो हमारे प्रयासों में कमी नहीं रही.
पीएम मोदी ने अलग कार्यकाल का प्लान बताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इंटरव्यू में तीसरे कार्यकाल का प्लान और अगले 100 दिन की कार्ययोजना पर कहा, हमने विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश में विकास की गति और पैमाने को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई. अगले कार्यकाल में मुझे स्पीड के साथ-साथ स्केल भी बढ़ाना है. यही मेरा लक्ष्य है. दूसरी बात, आप देखेंगे कि जब देश की जनता देश चलाने की जिम्मेदारी हमें सौंपती है, तो हमें देश पर, देश के लोगों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
किसी को डरने की जरूरत नहीं
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा गया कि विपक्ष लोगों के मन में यह डर फैला रही है कि अगर बीजेपी लोकसभा चुनाव में सत्ता में आई तो वह संविधान बदलने की कोशिश करेगी. इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, मेरे पास बड़ी योजनाएं हैं. किसी को डरने की जरूरत नहीं है. मेरे फैसले किसी को डराने या किसी को नीचा दिखाने के लिए नहीं होते हैं. वे देश के समग्र विकास के लिए बनाए जाते हैं. मैंने सब कुछ सही दिशा में करने की कोशिश की है, फिर भी मुझे बहुत कुछ करने की जरूरत है, क्योंकि मैं देख रहा हूं कि मेरे देश की कितनी जरूरतें हैं. इसीलिए मैं कहता हूं कि यह एक ट्रेलर है.
2019 के चुनाव में भी बनाया था अगले 100 दिन का प्लान
पीएम मोदी ने दोहराया कि 2019 में भी उनकी सरकार ने पहले 100 दिनों का प्लान तैयार किया था. सरकार में आने के बाद उसपर काम भी हुए. मैं एक मिनट भी बर्बाद नहीं करना चाहता. जब वापस आया तो , धारा 370, तीन तलाक को निरस्त किया. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि वह सिर्फ एक बेटे की तरह भारत माता की सेवा कर रहे हैं और यही उनका मिशन है.
पीएम मोदी ने सुनाई 100 दिन के प्लान की कहानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एएनआई के साथ बातचीत में अपने 100 दिन के प्लान पर एक कहानी सुनाई. पीएम ने कहा, मैं लंबे समय तक गुजरात का मुख्यमंत्री रहा हूं. देश में हमेशा चुनाव होते रहते हैं. वैसे में मेरे राज्य से भी 30- 40 अच्छे अधिकारी चुनाव ड्यूटी के लिए पर्यवेक्षक के रूप में भेजे जाते थे. वैसे में वे 40-50 दिन बाहर रहते थे, मुझे चिंता होती थी कि मैं सरकार कैसे चलाऊंगा? तब मैंने सोचा कि अगर मेरे पास चुनाव है तो मैं उस अवधि को छुट्टी के रूप में नहीं लूंगा. मैं अधिकारियों को अगली सरकार के लिए पहले से प्लान तैयार रखने के लिए कहता था. इसलिए मैं 100 दिनों की भी योजना बनाता था.
Also Read: ‘पैसा किसी का भी हो, पसीना मेरे देश का लगना चाहिए’, एलन मस्क पर बोले पीएम मोदी
Also Read: Narendra Modi Interview: वन नेशन वन इलेक्शन, राम मंदिर और राहुल गांधी पर क्या बोले पीएम मोदी
Also Read: Electoral Bonds: चुनावी बॉन्ड खत्म करने पर बोले पीएम मोदी- एक दिन हर किसी को होगा पछतावा