Larnataka Election 2023: कर्नाटक चुनाव को लेकर सियासी दल प्रचार में जमकर पसीना बहा रहे हैं. प्रचार के क्रम में बीजेपी और कांग्रेस में वार पलटवार का भी दौर जारी है. इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया. खरगे ने कहा कि पीएम मोदी की केनल जैकेट ही मशहूर है और वह दिन में चार बार इसे बदलते हैं. यहीं नहीं खरगे ने भारत की आजादी का भी जिक्र करते हुए भी बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा. खरगे ने कहा कि जब कांग्रेसी अपने प्राणों की आहुति दे रहे थे, तब आरएसएस के नेता सरकारी पद पाने में व्यस्त थे.
पीएम मोदी नहीं होते पीएम: कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यहां एक जनसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, मोदी कहते रहते हैं कि कांग्रेस ने पिछले 70 सालों में क्या किया है. उन्होंने कहा कि अगर हमने 70 साल में कुछ नहीं किया होता, तो आप इस देश के प्रधानमंत्री नहीं होते. हम आजादी के लिए लड़े. महात्मा गांधी ने अपनी जान जोखिम में डालकर हमें आजादी दिलाई.
मोदी की जैकेट ही मशहूर: खरगे ने कहा, देश-दुनिया में गांधी टोपी महात्मा गांधी के कारण ही प्रसिद्ध हुई. नेहरू शर्ट नेहरू के कारण प्रसिद्ध हुई. आपकी सिर्फ जैकेट ही मशहूर है. आप रोजाना चार जैकेट पहनते हैं-लाल, पीली, नीली और केसरिया. अब यह मोदी जैकेट के नाम से मशहूर हो रही है. वह जहां भी जाते हैं, सिर्फ ‘मोदी-मोदी.’ अरे! इस क्षेत्र और देश का भला करो. क्या कांग्रेस को अपशब्द कहने से देश आगे बढ़ेगा?
लोगों को दिया समान अधिकार: उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने डॉ. बीआर आंबेडकर को भारतीय संविधान लिखने के लिए कहा, जिन्होंने मतदान के अधिकार सहित लोगों को समान अधिकार दिए. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर दलित, आदिवासी और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोग पंचायत अध्यक्ष, विधायक, सांसद और मंत्री बन रहे हैं, तो यह कांग्रेस द्वारा देश को दिए गए संविधान के कारण है. उन्होंने कहा कि 70 साल से पहले यह संभव नहीं था.
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न जेल गये न फांसी पर चढ़े- खरगे: खरगे ने आरोप लगाया, न ही आरएसएस और न ही भाजपा ने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया. यह हम थे, जो स्वतंत्रता के लिए लड़े. आप (भाजपा/आरएसएस) जेल नहीं गए. आपकी पार्टी का कोई व्यक्ति कभी फांसी के तख्ते पर नहीं चढ़ा. उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक से चुने गए सांसद राज्य से संबंधित कोई भी मुद्दा प्रधानमंत्री के सामने नहीं उठा सके, क्योंकि उन्हें मोदी से मिलने का मौका ही नहीं दिया गया.