पीएम मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे पर SCO की बैठक में पाकिस्तान को लताड़ा
पीएम मोदी ने कहा, कुछ देश CROSS-BORDER TERRORISM को अपनी नीतियों के INSTRUMENT के रूप में इस्तेमाल करते हैं, आतंकवादियों को पनाह देते हैं. SCO को ऐसे देशों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए.
आतंकवाद के मुद्दे पर SCO की बैठक में पीएम मोदी ने पाकिस्तान को लताड़ लगाई है. वर्चुअल माध्यम से हो रही इस बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने भी शिरकत की. पीएम मोदी शाहबाज शरीफ के सामने बिना नाम लिए पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया.
कुछ देश CROSS-BORDER TERRORISM को अपनी नीतियों के INSTRUMENT के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
आतंकवादियों को पनाह देते हैं। SCO को ऐसे देशों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए।
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— BJP (@BJP4India) July 4, 2023
आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को लताड़
पीएम मोदी ने कहा, आतंकवाद क्षेत्रीय एवं वैश्विक शांति के लिए प्रमुख खतरा बना हुआ है. इस चुनौती से निपटने के लिए निर्णायक कार्रवाई आवश्यक है. आतंकवाद चाहे किसी भी रूप में हो, किसी भी अभिव्यक्ति में हो, हमें इसके विरुद्ध मिलकर लड़ाई करनी होगी. उन्होंने कहा, कुछ देश CROSS-BORDER TERRORISM को अपनी नीतियों के INSTRUMENT के रूप में इस्तेमाल करते हैं, आतंकवादियों को पनाह देते हैं. SCO को ऐसे देशों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए.
एससीओ देशों के युवाओं के लिए कई कार्यक्रम आयोजित हुए- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, हमने एससीओ देशों के युवाओं के लिए, हमने नए कार्यक्रम आयोजित किए जैसे-युवा वैज्ञानिक सम्मेलन, युवा लेखक सम्मेलन, युवा रेजिडेंट्स स्कॉलर्स कार्यक्रम, स्टार्टअप फोरम, और युवा परिषद. वहीं उन्होंने कहा भारत ने SCO में सहयोग के लिए पांच नए स्तंभ बनाए हैं. स्टार्टअप और इनोवेशन, पारंपरिक औषधि, युवा सशक्तिकरण, डिजिटल समावेशन और साझा बौद्ध विरासत.
‘वसुधैव कुटुंबकम’ यानी पूरा विश्व एक परिवार है, ये सिद्धांत प्राचीन समय से हमारे सामाजिक आचरण का अभिन्न अंग- पीएम मोदी
पीएम ने आगे कहा, ‘वसुधैव कुटुंबकम’ यानी पूरा विश्व एक परिवार है, ये सिद्धांत प्राचीन समय से हमारे सामाजिक आचरण का अभिन्न अंग रहा है और आधुनिक समय में ये हमारी प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत है. SCO के अध्यक्ष के रूप में भारत ने हमारे बहुआयामी सहयोग को नई उचाईयों तक ले जाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं. इन सभी प्रयासों को हमने दो सिद्धांतों पर आधारित किया है. हमें मिलकर यह विचार करना चाहिए कि क्या हम एक संगठन के रूप में हमारे लोगों की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में समर्थ हैं? क्या हम आधुनिक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं? और क्या SCO एक ऐसा संगठन बन रहा है जो भविष्य के लिए पूरी तरह से तैयार हो?
पिछले दो दशकों में, एससीओ एशियाई क्षेत्र की शांति, समृद्धि और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा -पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, पिछले दो दशकों में, एससीओ एशियाई क्षेत्र की शांति, समृद्धि और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है… हम इस क्षेत्र को न केवल एक विस्तारित पड़ोस के रूप में बल्कि एक विस्तारित परिवार के रूप में भी देखते हैं.
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