‘मन की बात’ में शामिल नहीं होने पर नर्सिंग की 36 छात्राओं पर कार्रवाई, जानें कहां का है मामला

पीजीआईएमईआर द्वारा जारी बयान में कहा गया कि इसलिए हम विनम्रतापूर्वक आग्रह करते हैं कि इस मुद्दे को कोई अन्य अर्थ नहीं दिया जाना चाहिए या व्यापक जनहित में तूल नहीं दिया जाना चाहिए. जानें क्या है पूरा मामला

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2023 9:24 AM

‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड में शामिल नहीं होने पर नर्सिंग की 36 छात्राओं पर कार्रवाई की गयी है. मामला चंडीगढ़ का है. जानकारी के अनुसार यहां के स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) के ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एजुकेशन’ (नाइन) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी के प्रसारण को सुनने के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर संस्थान की 36 छात्राओं पर एक सप्ताह के लिए छात्रावास से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गयी है.

‘मन की बात’ कार्यक्रम को सुनने के दौरान छात्राएं शामिल नहीं हुईं

अस्पताल प्रशासन ने पहले और तीसरे वर्ष की छात्राओं के लिए संस्थान में 30 अप्रैल को प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को सुनना अनिवार्य किया था, जिसमें 36 छात्राएं शामिल नहीं हुईं. बाद में, अस्पताल के अधिकारियों ने तीन मई को एक आदेश जारी कर छात्राओं को सूचित किया कि तीसरे वर्ष की 28 छात्राओं और पहले वर्ष की आठ छात्राओं को एक सप्ताह के लिए छात्रावास से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

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पीजीआईएमईआर ने गुरुवार देर शाम ‘मन की बात कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के कारण शाम को कक्षाओं के बाद नर्सिंग छात्राओं के बाहर निकलने पर प्रतिबंध..’’ को लेकर एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया कि यह नर्सिंग कॉलेज के अधिकारियों की ओर से थोड़ी ‘अत्यधिक प्रतिक्रिया’ थी और ‘संबंधितों को पहले ही पीजीआईएमईआर प्रशासन की नाराजगी से अवगत करा दिया गया है.

‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को सुनना अनिवार्य था

पीजीआईएमईआर द्वारा जारी बयान में कहा गया कि इसलिए हम विनम्रतापूर्वक आग्रह करते हैं कि इस मुद्दे को कोई अन्य अर्थ नहीं दिया जाना चाहिए या व्यापक जनहित में तूल नहीं दिया जाना चाहिए. आदेश के मुताबिक, संस्थान के वार्डन ने हाल ही में पहले और तीसरे वर्ष की छात्राओं को बताया था कि उनके लिए 30 अप्रैल को लेक्चर थियेटर-1 में ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को सुनना अनिवार्य है. आदेश में छात्रों को यह भी चेतावनी दी गयी थी कि कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर उनके बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी जाएगी.

आदेश में कहा गया है कि वार्डन और छात्रावास समन्वयक के बार-बार याद दिलाने के बावजूद, 36 छात्राएं कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं.

भाषा इनपुट के साथ

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