मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने जल संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि हमें जल संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए. उन्होंने बताया कि कुछ दिनों में जल शक्ति मंत्रालय एक अभियान शुरू करेगा ‘कैच द रेन’. इसका नारा है- कैच द रेन, मतलब जहां पानी गिरता है वहां इसे संरक्षित किया जायेगा और जब गिरता है तब ही उस संरक्षित किया जायेगा.
पीएम मोदी ने कहा कि कोलकाता के रंजन जी ने अपने पत्र में बहुत ही दिलचस्प और बुनियादी सवाल पूछा है, और साथ ही, बेहतरीन तरीके से उसका जवाब भी देने की कोशिश की है. उन्होंने पूछा है कि आत्मनिर्भर का अर्थ क्या होता है. इसके जवाब में उन्होंने खुद ही आगे लिखा है. आत्मनिर्भर भारत अभियान केवल एक सरकारी पॉलिसी नहीं बल्कि एक नेशनल स्पीरिट है. वो मानते हैं कि आत्मनिर्भर होने का मतलब है अपनी किस्मत का फैसला खुद करना. पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भरता की पहली शर्त होती है अपने देश की चीजों पर गर्व होना. अपने देश के लोगों द्वारा बनायी गयी वस्तुओं पर गर्व होना.
स्वास्थ्य को लेकर जागरूक लोग चिया सीड्स को काफी महत्व देते हैं. पूरी दुनिया में इसकी काफी मांग है. भारत में भी इसे बाहर से मंगाया जाता है. पर अब चिया सीड्स को लेकर भी देश आत्मनिर्भर बनने का प्रयास लोग कर रहे हैं. यूपी के बाराबंकी मे हरीशचंद्र जी ने चीया सीड्स की खेती शुरू की है. इससे उनकी आय बढ़ेगी और चीया सीड्स को लेकर भारत आत्मनिर्भर हो बनेगा.
ऐसे ही बहुत Innovative तरीके से लद्दाख के उरगेन फुत्सौग भी काम कर रहे हैं . उरगेन जी इतनी ऊंचाई पर Organic तरीके से खेती करके करीब 20 फसलें उगा रहे हैं वो भी cyclic तरीके से, यानी वो, एक फसल के waste को, दूसरी फसल में, खाद के तौर पर, इस्तेमाल कर लेते हैं.
जब हम science की बात करते हैं तो कई बार इसे लोग physics-chemistry या फिर labs तक ही सीमित कर देते हैं, लेकिन science का विस्तार इससे कहीं ज्यादा है और ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ में science की शक्ति का बहुत योगदान है. इसी तरह गुजरात के पाटन जिले में कामराज भाई चौधरी ने घर में ही सहजन के अच्छे बीज विकसित किए हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि आज ‘National Science Day’ भी है. आज का दिन भारत के महान वैज्ञानिक, डॉक्टर सी.वी. रमन जी द्वारा ‘Raman Effect’ की खोज गयी, इसलिए आज का दिन उन्हें समर्पित है.
संत रविदास जी ने समाज में व्याप्त बुराईयो के खिलाफ अपनी आवाज उठाई और उन्हें खत्म करने के के बारे में भी कहा. यह मेरा सौभाग्य है की मैं उनकी जन्मभूमि से जुड़ा हुआ हैं. उन्होंने कहा था कि हमे निरंतर अपना कर्म करते रहना चाहिए फल तो मिलेगा ही मिलेगा. युवाओं को अपना लक्ष्य खुद तय करना चाहिए.
मन की बात कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं पीएम मोदी
Tune in. #MannKiBaat https://t.co/qQAT95UhTk
— Narendra Modi (@narendramodi) February 28, 2021
इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दूसरा मन की बात कार्यक्रम है. यह कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार कोे प्रसारित किया जाता है.