Azadi Ke Amrit Mahotsav में पीएम मोदी का संदेश, कहा- नई सोच और अप्रोच के साथ उभर रहा है भारत
Azadi Ke Amrit Mahotsav: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज यानी गुरुवार को ‘आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया. अपने संबोधित में पीएम मोदी ने कहा कि हमारे और राष्ट्र के सपने अलग नहीं है. हमारी नीति और राष्ट्रीय सफलताएं अलग नहीं हैं.
Azadi Ke Amrit Mahotsav: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज यानी गुरुवार को ‘आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया. अपने संबोधित में पीएम मोदी ने कहा कि हमारे और राष्ट्र के सपने अलग नहीं है. हमारी नीति और राष्ट्रीय सफलताएं अलग नहीं हैं. राष्ट की प्रगति में ही हमारी प्रगति है. हमसे ही राष्ट्र का अस्तित्व है और राष्ट्र से ही हमारा अस्तित्व है.
पीएम मोदी ने कहा कि, आज हम एक ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं, जिसमें भेदभाव की कोई जगह ना हो, हम ऐसा समाज बना रहे हैं, जो समानता और सामाजिक न्याय की बुनियाद पर मजबूती से खडा हो. हम एक ऐसे भारत को उभरते हुए देख रहे हैं, जिसकी सोच और अप्रोच नई है, और जिसके निर्णय प्रगतिशील हैं.
Today crores of Indias are putting the foundation stone of Swarnim Bharat. Our progress lies in the progress of the nation. The nation exists from us, and we exist from the nation. This realization is becoming the biggest strength of Indians in the making of a new India: PM Modi pic.twitter.com/dzw41uOvl4
— ANI (@ANI) January 20, 2022
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि, अमृतकाल का यह समय सोते हुए सपने देखने का नहीं है, बल्कि जागृत होकर अपने संकल्प को पूरे करने का है. आने वाले 25 साल, परिश्रम की पराकाष्ठा, त्याग, तप-तपस्या के हैं. सैकड़ों वर्षों की गुलामी में हमारे समाज ने जो गंवाया है, ये 25 वर्ष का कालखंड उसे दोबारा हासिल करने का है.
This time of Amrit Kaal is not for dreaming while sleeping, but for fulfilling resolutions by waking up. Coming 25 years are the culmination of hard work, sacrifice & austerity. This is a period of 25 years to get back what our society has lost in hundreds of years of slavery: PM pic.twitter.com/4pgq5cj5Fi
— ANI (@ANI) January 20, 2022
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, हमें यह मानना होगा कि आजादी के बाद के 75 सालों में समाज में, राष्ट्र में एक बुराई घर कर गई है. वह बुराई है, अपने कर्तव्यों से विमुख होना, अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि ना रखना. पीएम मोदी ने कहा है कि हमें इस बुराई को अपने से अलग करना होगा. तभी राष्ट्र का अच्छे से निर्माण होगा.
Posted by: Pritish Sahay