नयी दिल्ली : कोरोना वायरस से पूरी दुनिया प्रभाबित है.महामारी के खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सोमवार को गुट निरपेक्ष (NAM) देशों के वर्चुअल सम्मेलन (virtual summit) में भाग लिया.
गुट निरपेक्ष देशों का ये सम्मेलन अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलियेव की कोशिशों के बाद आयोजित किया गया है.सयुक्त राष्ट्र के बाद गुट निरपेक्ष सबसे बड़ा समूह है.जिसमें एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के 120 देश शामिल हैं. इस सम्मेलन में हिस्सा लेने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना संक्रमण को लेकर कई राष्ट्राध्यक्षों से फोन पर बात भी की है.
Delhi: Prime Minister Narendra Modi attends 'Non-Aligned Movement' Summit via video conferencing#COVID19 pic.twitter.com/fe7NA9E7ky
— ANI (@ANI) May 4, 2020
गुटनिरपेक्ष आंदोलन राष्ट्रों की एक अंतराराष्ट्रीय संस्था है. यह आंदोलन भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति गमाल अब्दुल नासर और युगोस्लाविया के राष्ट्रपति जोसिप ब्रॉज टीटो ने शुरू किया था. इसकी स्थापना अप्रैल1961 में हुई थी. इस बनाने का विचार 1950 में आया था.
यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी NAM सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले हैं. इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस सम्मेलन में शामिल हो चुके हैं.आपको बता दें, गुट निरपेक्ष देशों के इस वर्चुअल सम्मेलन में पाकिस्तान भी शामिल होगा. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी NAM बैठक में शामिल हो रहे है.