PM Narendra Modi Visits Chandigarh: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चंडीगढ़ पहुंचे और उसके बाद पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को श्रद्धांजलि देने के लिए सीधे शिरोमणि अकाली दल (शिअद) कार्यालय पहुंचे. शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक बादल को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद 16 अप्रैल को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्होंने कल रात करीब 8 बजे अंतिम सांस ली. प्रकाश सिंह बादल 95 वर्ष के थे.
पंजाब की राजनीति में सात दशक से अधिक समय तक रहे सक्रिय रहे बादल का पार्थिव शरीर यहां पार्टी कार्यालय में रखा गया है. उनके अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने बादल के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा था कि प्रकाश सिंह बादल भारतीय राजनीति की एक महान शख्सियत थे, जिन्होंने देश के विकास में अहम योगदान दिया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया- प्रकाश सिंह बादल के निधन से अत्यंत दुखी हूं. वह भारतीय राजनीति के एक विशाल व्यक्तित्व और एक उल्लेखनीय राजनेता थे. उन्होंने हमारे राष्ट्र के विकास में अहम योगदान दिया. उन्होंने पंजाब की प्रगति के लिए अथक प्रयास किए और महत्वपूर्ण समय के दौरान राज्य को नेतृत्व प्रदान किया. केवल यहीं नहीं पीएम मोदी ने आगे कहा कि- मुझे उनके साथ हुई कई बातचीत याद है, जिसमें उनका विवेक हमेशा स्पष्ट रूप से झलकता था. उनके परिवार और अनगिनत समर्थकों के प्रति संवेदना.
Shri Parkash Singh Badal’s passing away is a personal loss for me. I have interacted closely with him for many decades and learnt so much from him. I recall our numerous conversations, in which his wisdom was always clearly seen. Condolences to his family and countless admirers. pic.twitter.com/YtD9xKsos2
— Narendra Modi (@narendramodi) April 25, 2023
प्रकाश सिंह बादल पंजाब में पांच बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं और यहीं कारण था कि प्रकाश सिंह बादल को हमेशा से पंजाब की राजनीति के शिखर पुरुष के रूप में भी जाना जाता था. प्रकाश सिंह बादल जीवन या राजनीति के क्षेत्र में आसानी से हार मानने वालों में से नहीं थे. पिछले साल ही, शिरोमणि अकाली दल ने विधानसभा चुनाव के लिए पंजाब के मुक्तसर जिले में लंबी सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाया था. प्रकाश सिंह बादल इस चुनाव में भले ही हार गए थे, लेकिन देश में चुनाव लड़ने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति होने के नाते रिकॉर्ड बुक में उनका नाम दर्ज हो गया. (भाषा इनपुट के साथ)