मैं तीन दशक पहले अमेरिका आया था, पर पहली बार नजदीक से देखा व्हाइट हाउस, बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पीएम बनने के बाद मैं कई बार व्हाइट हाउस गया हूं. यह पहली बार है जब व्हाइट हाउस के दरवाजे इतनी बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए खोले गए हैं. मैं तीन दशक पहले भारत के एक नागरिक के तौर पर अमेरिका आया था, लेकिन आज पहली बार व्हाइट हाउस को करीब से देखा.
वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिकी व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ संयुक्त संबोधन में कहा कि मैं करीब तीन दशक पहले भारत के एक नागरिक के तौर पर अमेरिका आया था, लेकिन आज पहली बार व्हाइट हाउस को करीब से देख रहा हूं. मुझे राजकीय यात्रा के लिए राष्ट्रपति बाइडन और अमेरिका की प्रथम महिला का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.
उन्होंने कहा कि मैं सबसे पहले राष्ट्रपति जो बाइडेन के मित्रतापूर्ण स्वागत और उनके संबोधन के लिए उनका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. इसके साथ ही, यह पहली बार ऐसा हुआ है, जब व्हाइट हाउस में इतनी बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी नागरिक मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि पीएम बनने के बाद मैं कई बार व्हाइट हाउस गया हूं. यह पहली बार है जब व्हाइट हाउस के दरवाजे इतनी बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए खोले गए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि आज व्हाइट हाउस में शानदार स्वागत समारोह से एक प्रकार से भारत के 140 करोड़ देशवासियों का सम्मान और गौरव है. ये सम्मान अमेरिका में रहने वाले 4 मिलियन से अधिक भारतीय लोगों का भी सम्मान है. भारतीय समुदाय के लोग अपने टैलेंट से अमेरिका में भारत की शान बढ़ा रहे हैं। आप सब हमारे संबंधों की असली ताकत हैं.
भारतीय समुदाय के लोग अपने टैलेंट से अमेरिका में भारत की शान बढ़ा रहे हैं। आप सब हमारे संबंधों की असली ताकत हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/WTkXTKFM6M
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 22, 2023
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पोस्ट कोविड काल में विश्व व्यवस्था एक नया आकार ले रहा है. इस कालखंड में भारत और अमेरिका की दोस्ती पूरी दुनिया की ताकत को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी. दोनों देश वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धता के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
उन्होंने कहा कि अब से कुछ ही देर में मैं और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन भारत और अमेरिका संबंधों, क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे. मुझे यकीन है कि हमेशा की तरह हमारी बातचीत सकारात्मक रहेगी.