NPDRR: प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में आपदा जोखिम न्यूनीकरण मंच के तीसरे सत्र का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमें आपदा प्रबंधन में प्रौद्योगिकी नवाचार पर ध्यान देना होगा. पीएम मोदी ने कहा कि हमें शहरी स्थानीय निकायों में आपदा प्रबंधन शासन को मजबूत करना होगा. शहरी स्थानीय निकाय आपदा आने पर ही प्रतिक्रिया देंगे, यह अब काम नहीं करेगा. हमें योजना को संस्थागत बनाना होगा और हमें स्थानीय योजना की समीक्षा करनी होगी.
We will have to strengthen the disaster management governance in urban local bodies. Urban local bodies will react only when disaster strikes – this will not work anymore. We will have to institutionalise planning & we will have to review local planning: PM Narendra Modi in Delhi pic.twitter.com/JEkD7YHRhH
— ANI (@ANI) March 10, 2023
आपदा जोखिम न्यूनीकरण मंच के तीसरे सत्र पर पीएम मोदी ने कहा कि भवनों के निर्माण और नई अधोसंरचना परियोजनाओं के लिए हमें आपदा प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए नए दिशा-निर्देशों का मसौदा तैयार करना होगा. उन्होंने कहा कि पूरे सिस्टम को ओवरहाल करने की जरूरत है.
For the construction of buildings & new infrastructure projects, we will have to draft new guidelines keeping in mind the disaster management. There is a need for overhauling the entire system: PM Narendra Modi in Delhi pic.twitter.com/eAB2FedUId
— ANI (@ANI) March 10, 2023
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दुनिया ने की हमारे काम की सराहना-पीएम मोदी: तीसरे सत्र में पीएम मोदी ने कहा कि हर भारतीय के लिए यह गर्व की बात है कि तुर्की और सीरिया में आए भूकंप के बाद दुनिया ने हमारे काम की काफी सराहना की है. उन्होंने कहा कि आपदा नियोजन के बेहतर प्रबंधन के लिए पारंपरिक आवास और नगर नियोजन प्रक्रिया को भविष्य की प्रौद्योगिकी से समृद्ध किया जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि भारत की आज़ादी के बाद 50 साल तक आपदा से निपटने के लिए कोई कानून नहीं था. स्थानीय अवसंरचना की प्रतिरोधी क्षमताओं का आकलन वक्त की मांग है.
भाषा इनपुट के साथ