पीएम मोदी ने कहा, फिनटेक पहल को क्रांति में बदलने की जरूरत, पिछले साल मोबाइल से ज्यादा की गई पैसों की निकासी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रत्यक्ष शाखा कार्यालयों के बिना काम करने वाले डिजिटल बैंक पहले से ही एक वास्तविकता हैं और एक दशक से भी कम समय में ये आम हो सकते हैं.
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अब फिनटेक (वित्तीय प्रौद्योगिकी) पहल को फिनटेक क्रांति में बदलने का समय आ गया है. एक क्रांति जो देश के हर एक नागरिक को वित्तीय सशक्तिकरण प्रदान करती है. उन्होंने कहा कि हम अपने अनुभवों और विशेषज्ञता को दुनिया के साथ साझा करने और उनसे सीखने में भी विश्वास करते हैं. हमारे डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर सॉल्यूशंस दुनिया भर के नागरिकों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि लोगों को एक किफायती और विश्वसनीय भुगतान प्रणाली मुहैया कराने के लिए फिनटेक पहल को फिनटेक क्रांति में बदलने की जरूरत है. उन्होंने ‘इन्फिनिटी मंच’ को संबोधित करते हुए कहा कि टेक्नोलॉजी फाइनांस में एक बड़ा बदलाव ला रही है और पिछले साल मोबाइल से किया जाने वाला भुगतान, एटीएम कार्ड से की जाने वाली पैसों की निकासी से अधिक था.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रत्यक्ष शाखा कार्यालयों के बिना काम करने वाले डिजिटल बैंक पहले से ही एक वास्तविकता हैं और एक दशक से भी कम समय में ये आम हो सकते हैं. मोदी ने कहा कि अब इन फिनटेक पहल को फिनटेक क्रांति में बदलने का समय आ गया है. वह क्रांति जो देश के हर एक नागरिक के वित्तीय सशक्तिकरण में मदद करेगी.”
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि फिनटेक की व्यापक पहुंच के साथ ऐसे विचार हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है और फिनटेक इंडस्ट्री ने एक व्यापक स्तर हासिल किया है और इस स्तर का मतलब ऐसे ग्राहकों का होना है जो जीवन के सभी क्षेत्रों से आते हैं. उन्होंने कहा कि जनता में फिनटेक की स्वीकार्यता की एक अनूठी विशेषता है. वह विशेषता विश्वास है.
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प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को इन्फिनिटी मंच का उद्घाटन किया. दो दिन चलने वाले इस कार्यक्रम में इस बात पर चर्चा होगी कि कैसे समावेशी वृद्धि और बड़े पैमाने पर लोगों की सेवा के लिए फिनटेक उद्योग द्वारा प्रौद्योगिकी और नवाचार का लाभ उठाया जा सकता है.