प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने की कथित घटना पर क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है और इससे पूरे देश की बेइज्जती हुई है.
मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है, उसके दोषियों को कभी माफ नहीं किया जा सकता : मोदी
संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले, मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने देशवासियों को विश्वास दिलाया कि इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा. उन्होंने कहा, मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है…इसके दोषियों को कभी माफ नहीं किया जा सकता है. मोदी ने कहा, मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. कानून पूरी सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा.
मेरा हृदय पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं इस लोकतंत्र के मंदिर के पास खड़ा हूं तब मेरा ह्रदय पीड़ा से भरा हुआ है, क्रोध से भरा हुआ है. मणिपुर की जो घटना सामने आई है वह किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है. पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं, और कौन-कौन हैं, वह अपनी जगह पर है… लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है. 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है.
PM Narendra Modi says, "My heart is filled with pain and anger. The incident from Manipur that has come before us is shameful for any civilised society. I urge all the CMs to further strengthen law & order in their states – especially for the security of women and take the… pic.twitter.com/SKLTtpAjuo
— ANI (@ANI) July 20, 2023
पीएम मोदी ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने का किया आग्रह
प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने और खासकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, घटना चाहे राजस्थान की ही, घटना चाहे छत्तीसगढ़ की हो, चाहे मणिपुर की हो…. इस देश में हिंदुस्तान के किसी भी कोने में किसी भी राज्य सरकार को राजनीतिक वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था को महत्व देना चाहिए और नारी के सम्मान की रक्षा करनी चाहिए.
मणिपुर मुद्दे पर पहली बार बोले पीएम मोदी
ज्ञात हो कि मणिपुर में करीब दो माह से जातीय हिंसा हो रही है. इस मुद्दे पर पहली बार प्रधानमंत्री ने कुछ बोला है. मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं. राज्य में तब से अब तक कम से कम 160 लोगों की जान जा चुकी है.
गृह मंत्री शाह ने मणिपुर के मुख्यमंत्री से बात की, कड़ी कार्रवाई करने का दिया निर्देश
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने संबंधी वीडियो सामने आने के एक दिन बाद राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बात की. गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री को चार मई को हुई इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. शाह ने सिंह से इस घटना में शामिल सभी आरोपियों को पकड़ने के लिए हर संभव कदम उठाने और कानून के तहत उचित कार्रवाई करने को कहा है.
क्या है मामला
गौरतलब है कि मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने की कथित घटना का वीडियो बुधवार को सामने आने के बाद राज्य के पहाड़ी क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया. चार मई के इस वीडियो में दिख रहा है कि कुछ व्यक्ति एक समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड करा रहे हैं. ‘इंडिजीनियस ट्राइबल लीडर्स फोरम’ (आईटीएलएफ) के एक प्रवक्ता के मुताबिक, घृणित घटना चार मई को कांगपोकपी जिले में हुई है और वीडियो में दिख रहा है कि पुरुष असहाय महिलाओं के साथ लगातार छेड़छाड़ कर रहे हैं और वे (महिलाएं) रो रही हैं तथा उनसे मिन्नतें कर रही हैं.