PM Modi Speech Today Highlight: लॉकडाउन गया, वायरस नहीं… 7वीं बार संबोधन में 7 सावधानियों के साथ पीएम मोदी ने दी देश को चेतावनी
PM Modi Speech Today Highlight (Summary) In Hindi : कोरोना संकट झेलते हुए 250 दिन से ज्यादा हो चुके हैं. इस बीच सातवीं बार राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने देशवासियों को लापरवाही के लिए आगाह किया. उन्होंने इस संबोधन में सावधानियों की सात बातें की. देश के सामने कोरोना का आंकड़ा बताते हुए भी कहा कि भारत आज संभली स्थिति में है लेकिन थोड़ी सी लापरवाही पूरे परिवार, बुजुर्गों और बच्चों को खतरे में डाल सकती है.
PM Modi Speech Today Highlight (Summary) In Hindi : कोरोना संकट झेलते हुए 250 दिन से ज्यादा हो चुके हैं. इस बीच सातवीं बार राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने देशवासियों को लापरवाही के लिए आगाह किया. उन्होंने इस संबोधन में सावधानियों की सात बातें की. देश के सामने कोरोना का आंकड़ा बताते हुए भी कहा कि भारत आज संभली स्थिति में है लेकिन थोड़ी सी लापरवाही पूरे परिवार, बुजुर्गों और बच्चों को खतरे में डाल सकती है.
आइए जानते हैं पीएम मोदी ने देश के नाम 7वीं बार संबोधन में क्या 7 सावधानियों की बात कहीं…
भारत आज जिस संभली स्थिति में है उसे बिगड़ने नहीं देना है. देश में रिकवरी रेट अच्छी है. भारत में प्रति दस लाख जनसंख्या पर 5500 लोगों को कोरोना हुआ है. अमेरिका में ये 25000 है.
कोरोना मरीजों के लिए 90 लाख बेड की सुविधा आज देश में मौजूद है. कोरोना टेस्टिंग के लिए 2000 लैब काम कर रही हैं. प्रतिदिन टेस्टिंग भी 10 लाख हो जाएगी.
ये समय लापरवाह होने का नहीं है. ये समय ये मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया या इससे कोई खतरा नहीं है. बिना मास्क के अगर बाहर निकल रहे हैं तो आप अपने आप को, परिवार को, बुजुर्गों को, बच्चों को संकट में डाल रहे हैं.
कबीर का ये दोहा हमें सिखाता है…
पकी खेती देखिके, गरब किया किसान। अजहूं झोला बहुत है, घर आवै तब जान।
जबतक सफलता पूरी नहीं मिल जाए, लापरवाही नहीं करनी चाहिए. जबतक इस महामारी की वैकसीन नहीं आ जाती, हमें अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं होने देना है.
हमारे देश के वैज्ञानिक भी कोरोना वैक्सीन के लिए जी जान से काम कर रहे हैं. जब भी वैक्सीन आएगी हर भारतीय तक जल्द से जल्द कैसे पहुंचे सरकार इसके लिए भी तेजी से काम हो रहा है.
रामचरित मानस में ये बात कही गई है
रिपु रुज पावक पाप, प्रभु न कबहु छोट कही
जबतक दवाई नहीं तबतक ढिलाई नहीं…
त्योहार का समय जीवन में खुशियों का समय है, उल्लास का समय है. थोड़ी सी लापरवाही खुशियों को धूमिल कर सकती है.
मीडिया और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वालों से अनुरोध करता हूं कि लोगों को इस काम के लिए जागरूक करे. इन नियमों का पालन करवाने के लिए जन जागरण अभियान चलाया जाए.