PM मोदी ने बाल पुरस्कार विजेताओं से की बात, 13 वर्षीया काम्या की बात सुनकर बोले- ”आपने चुनौती को एक अवसर में बदल दिया”
Narendra Modi, PMRBP award, Kamya Karthikeyan : नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिये सोमवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं के साथ बात की. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता (खेल) कुमारी काम्या कार्तिकेयन ने भी प्रधानमंत्री से बात की.
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिये सोमवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं के साथ बात की. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता (खेल) कुमारी काम्या कार्तिकेयन ने भी प्रधानमंत्री से बात की.
I continued training during pandemic. I will be climbing Mt Denali in North America later this year. Currently, I am training for my next climb in Gulmarg: Kaamya Kartikeyan, PMRBP awardee (Sports) during interaction with PM
PM says,"You converted challenge into an opportunity". https://t.co/XZJGz0xgME pic.twitter.com/yTUN9Vt4wa
— ANI (@ANI) January 25, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के दौरान कुमारी काम्या कार्तिकेयन ने कहा कि कोरोना संकट काल के दौरान भी ”मैंने प्रशिक्षण जारी रखा. मैं इस साल के अंत में उत्तरी अमेरिका में माउंट डेनाली पर चढ़ूंगी. वर्तमान में, मैं गुलमर्ग में अगली चढ़ाई की प्रशिक्षण ले रही हूं.”
काम्या की बातों को सुनकर प्रधानमंत्री काफी अभिभूत हुए. उन्होंने कहा कि ”आपने चुनौती को एक अवसर में बदल दिया.” मालूम हो कि इससे पहले भी प्रधानमंत्री ‘मन की बात’ में भी काम्या कार्तिकेयन से बात कर चुके हैं.
मुंबई के नेवी चिल्ड्रेन स्कूल की 13 वर्षीया छात्रा काम्या कार्तिकेयन ने तीन साल की उम्र में ही ट्रैकिंग शुरू की थी. पुणे के लोनावाला में बेसिक ट्रैक पर चढ़ाई शुरू करने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
नौ साल की उम्र में उन्होंने उत्तराखंड का रूपकुंड सहित हिमालय की कई ऊंची चोटियों पर चढ़ाई की. इसके बाद 5346 मीटर ऊंचे नेपाल के एवरेस्ट बेस कैंप भी पहुंची.
काम्या ने इसके बाद लद्दाख की 6260 मीटर ऊंची मेंटॉक कांगड़ी-2 की चढ़ाई की. फिर मात्र 12 साल की उम्र में ही दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट एकॉन्कागुआ की फतह कर तिरंगा फहरा कर सभी लोगों को अचंभित कर दिया था.
कक्षा आठ की 13 वर्षीया छात्रा कुमार काम्या कार्तिकेयन अब गुलमर्ग और उत्तरी अमेरिका की माउंट डेनाली की चोटी पर तिरंगा फहराने को लेकर कड़ा प्रशिक्षण ले रही हैं.