जहानाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सभी देश के कई राज्यों के पंचायत प्रमुखों से बात की. बातचीत के क्रम में प्रधानमंत्री ने बिहार के जहानाबाद जिले की धरनिया पंचायत के मुखिया अजय यादव से भी बात की. प्रधानमंत्री ने मुखिया से पूछा कि आपके इलाके के लोग दूसरे शहरों मे फंसे होंगे या आये होंगे, तो ऐसे में लॉकडाउन का पालन हो रहा है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को कम-से-कम दो गज की दूरी बना कर रहने की बात कही.
अजय ने पीएम से बताया कि वह अपने क्षेत्र में लॉकडाउन का पालन करवा रहे हैं. इलाके में माइक से लोगों को जागरूक करते हुए लॉकडाउन का पालन करने के लिए अपील की. अपने इलाके में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया. जीविका दीदी, आशा कार्यकर्ता, वार्ड पंच, सरपंच सभी लोग घर-घर जाकर लोगों के बीच साबुन वितरित किये और लोगों को हर एक-आध घंटे पर हाथ धोने की अपील की. 18 लोगों को क्वॉरेंटिन किया. पंचायत स्तर से उन्हें सुविधाएं उपलब्ध करायी गयीं.
मुखिया अजय यादव ने बताया कि मध्य विद्यालय धरनई में 30 बेड का क्वॉरेंटिन सेंटर बनाया गया है. यहां चौकीदार और ग्राम रक्षा दल की नियुक्त किये गये हैं. गांव में प्रवेश नहीं करने को लेकर बांस-बल्ले से घेराव किया, ताकि कोई बाहर का ना आ सके और गांव के लोग बाहर नहीं जा सके. केवल इमरजेन्सी सेवा के लिए लोगों को छूट दी गयी. हर तीन दिनों पर बैठक होती है. स्वास्थ्य विभाग की टीम भी सहयोग कर रही है.
प्रधानमंत्री ने मुखिया अजय यादव से पूछा कि दूसरे शहरों से लोग घर लौटे होंगे, जो नहीं आये, वे भी आना चाहते होंगे. इस पर अजय ने कहा कि दूसरे शहरों में फंसे लोग आना चाहते हैं. लेकिन, हमलोगों ने मैसेज किया है कि जहां हैं, वहीं रहें. लॉकडाउन खत्म होने के बाद ही आना है, नहीं तो 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटिन कर दिया जायेगा. इस पर दूसरे शहरों में फंसे लोगों का कहना है कि हमलोग अभी यहीं रहेंगे, जब लॉकडाउन खत्म होगा, तभी आयेंगे. 14 दिन क्वॉरेंटिन नहीं रहना है.
प्रधानमंत्री ने मुखिया से कहा कि आप लगातार उन लोगों से बात करते रहिए. शहरों में तकलीफ होती है. घर याद आता है. यह स्वाभाविक भी है. अगर गांव के लोग उनलोगों से बात कर लेते हैं, तो उनका मन हल्का हो जाता है.