नयी दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी, भारत-चीन सीमा विवाद और भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर तीसरे दौर में कमांडर स्तर की होने वाली बातचीत के बीच मंगलवार की शाम चार बजे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करेंगे. इस दौरान भारत सरकार ने सोमवार को टिकटॉक समेत 59 चीनी एप पर रोक लगा दी है. इसके पहले, पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पिछले दिनों भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुए हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद भारत-चीन के बीच तनातनी कुछ ज्यादा ही बढ़ गयी है. अब सवाल यह पैदा होता है कि मंगलवार की शाम चार बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में किस मसले का जिक्र करेंगे.
पहला सबसे महत्वपूर्ण मसला कोरोना वायरस के खिलाफ सरकार की ओर से किए गए इंतजामात को लेकर कोई बड़ा ऐलान करेंगे या फिर जून के मध्य से पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हुई हिंसक झड़प के दौरान भारतीय सेना की 20 जवानों की शहादत या फिर मंगलवार को भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर तीसरे दौर की बातचीत के बाद के लब्बोलुआब के रूप में होगा, फिलहाल यह तय कर पाना मुश्किल है.
गौरतलब है कि सरकार ने अलग-अलग तरीके के 59 मोबाइल एप को देश की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पूर्वाग्रह रखने वाला बताते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें चीन के एप टिकटॉक, शेयरइट और वीचैट जैसे एप भी शामिल हैं. आईटी मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा कि उसे विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कुछ मोबाइल एप के दुरुपयोग के बारे में कई रिपोर्ट शामिल हैं.
इन रिपोर्ट में कहा गया है कि ये एप यूजर्स के डेटा को चुराकर, उन्हें भारत के बाहर स्थित सर्वर को अनधिकृत तरीके से भेजते हैं. बयान में कहा गया कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति शत्रुता रखने वाले तत्वों द्वारा इन आंकड़ों का संकलन, इसकी जांच-पड़ताल और प्रोफाइलिंग, आखिरकार भारत की संप्रभुता और अखंडता पर आधात है, यह बहुत अधिक चिंता का विषय है, जिसके लिए आपातकालीन उपायों की जरूरत है.
गृह मंत्रालय के तहत आने वाले भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने इन दुर्भावनापूर्ण एप्स पर व्यापक प्रतिबंध लगाने की सिफारिश भी की थी. बयान में कहा गया है कि इनके आधार पर और हाल ही में विश्वसनीय सूचनाएं मिलने पर कि ऐसे ऐप भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिए खतरा हैं, भारत सरकार ने मोबाइल और गैर-मोबाइल इंटरनेट सक्षम उपकरणों में उपयोग किए जाने वाले कुछ एप के इस्तेमाल को बंद करने का निर्णय लिया है.
बयान में कहा गया है कि यह कदम करोड़ों भारतीय मोबाइल और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के हितों की रक्षा करेगा. यह निर्णय भारतीय साइबरस्पेस की सुरक्षा और संप्रभुता सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम है.
Posted By : Vishwat Sen