पीएम मोदी आज शंघाई सहयोग संगठन के वर्चुअल शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे. इस सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शबाज शरीफ समेत अन्य देशों के नेताओं के हिस्सा लेना की उम्मीद है. SCO शिखर सम्मेलन लगभग 3 घंटे चलेगी, सम्मेलन दोपहर 12.30 बजे शुरू हो सकता है.
आपको बताएं की SCO शिखर सम्मेलन इससे पहले नई दिल्ली में व्यक्तिगत रूप से होने वाला था. लेकिन इस योजना को बदल दिया गया. वहीं मई के महीने में गोवा में SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक का आयोजन हुआ था जिसमें पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल जरदारी भुट्टो सहित अन्य सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने हिस्सा लिया था. पिछला एससीओ शिखर सम्मेलन पिछले साल सितंबर में उज्बेकिस्तान के समरकंद में व्यक्तिगत रूप से हुआ था.
एससीओ के साथ भारत का जुड़ाव एक पर्यवेक्षक देश के रूप में 2005 में शुरू हुआ. भारत 2017 में अस्ताना शिखर सम्मेलन में पूर्ण सदस्य देश बन गया. एक अधिकारी ने कहा कि पिछले छह साल में भारत ने एससीओ की गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में ‘बहुत सक्रिय और रचनात्मक भूमिका’ निभाई है. सितंबर 2022 में भारत ने पहली बार समरकंद शिखर सम्मेलन में उज्बेकिस्तान से एससीओ की अध्यक्षता संभाली. एससीओ शिखर सम्मेलन में चीन, रूस और पाकिस्तान के अलावा भारत ने अन्य एससीओ सदस्य देशों कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान को भी आमंत्रित किया है.
इसके साथ ही ईरान, बेलारूस और मंगोलिया को एससीओ परिषद की 23वीं बैठक में पर्यवेक्षक देशों के रूप में आमंत्रित किया गया है. एससीओ परंपरा के मुताबिक तुर्कमेनिस्तान को भी अध्यक्ष के अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. दो एससीओ निकायों- सचिवालय और एससीओ आरएटीएस- के प्रमुख भी इस शिखर सम्मेलन में मौजूद रहेंगे. इसके अलावा 6 अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों- संयुक्त राष्ट्र, आसियान, सीआईएस, सीएसटीओ, ईएईयू और सीआईसीए के प्रमुखों को भी शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है.
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