समुद्री हब बनेगा भारत! पीएम मोदी ने दी 4 हजार करोड़ के परियोजनाओं की सौगात, जानें क्या होगा फायदा
भारत को समुद्री हब बनाने की ओर अग्रसर केंद्र सरकार ने आज कोच्चि से कई सौगात देश को दिया है. दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी जहाज निर्माण और जहाज मरम्मत सुविधा देने की कोशिश में मोदी सरकार ने आज चार हजार करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन किया है.
PM Modi In Kochi : भारत को समुद्री हब बनाने की ओर अग्रसर केंद्र सरकार ने आज कोच्चि से कई सौगात देश को दिया है. दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी जहाज निर्माण और जहाज मरम्मत सुविधा देने की कोशिश में मोदी सरकार ने आज चार हजार करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन किया है. कोच्चि के कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ISRF, विलिंग्डन द्वीप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ये परियोजना देश को सौंपा. आइए जानते है कि इन परियोजनाओं का क्या लाभ होने वाला है.
#WATCH | Kerala: Prime Minister Narendra Modi inaugurates projects worth more than Rs 4,000 crores in Kochi. pic.twitter.com/EoUfZh3IwX
— ANI (@ANI) January 17, 2024
अंतर्राष्ट्रीय जहाज मरम्मत सुविधा (ISRF) परियोजना के लाभ
कोच्चि भारत का समुद्री केंद्र बनेगा
आईएसआरएफ कोलंबो, दुबई, सिंगापुर और बहरीन के बराबर एक प्रमुख जहाज मरम्मत केंद्र के रूप में उभरेगा
सहायक उद्योगों के विकास को बढ़ावा मिलेगा
2,000 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करें
अंतर्राष्ट्रीय जहाज मरम्मत ऑर्डर प्राप्त करें और विदेशी राजस्व में वृद्धि करें
पूरे क्षेत्र की आर्थिक उन्नति को आकार देना
इंडियन ऑयल का एलपीजी आयात टर्मिनल परियोजना के लाभ
केरल और तमिलनाडु में बॉटलिंग संयंत्रों के लिए एलपीजी वितरण सुनिश्चित करें
एलपीजी भंडारण क्षमता 15,400 मीट्रिक टन
प्रति वर्ष 19,800 मानव दिवस रोजगार सृजित करें
प्रति वर्ष 150 करोड़ रुपये की लॉजिस्टिक बचत
प्रति वर्ष 18,000 टन CO² उत्सर्जन कम करें
दुनिया की पहली सीढ़ीदार सूखी डौक परियोजना के लाभ
कोच्चि सभी प्रकार के जहाजों की मरम्मत आवश्यकताओं के लिए वन स्टॉप सेंटर होगा
विमान वाहक, स्वेज मैक्स जहाज, एलएनजी वाहक, बड़े ड्रेजर आदि जैसे बड़े जहाजों को संभालना
जहाज निर्माण और सहायक उद्योगों में रोजगार के अवसर पैदा करना
विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी को अपनाकर जहाज निर्माण में कौशल को बढ़ावा देना