PM मोदी ने नौ करोड़ किसानों के खाते में ट्रांसफर किये 18 हजार करोड़, कहा- पिछली सरकारों की नीतियों से बर्बाद हुआ छोटा किसान
PM Modi transfers 18 thousand crores to the account of nine crores farmers, said- Small farmers ruined by policies of previous governments : नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पीएम किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त जारी करते हुए नौ करोड़ से अधिक किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ से अधिक की राशि ट्रांसफर की. इस मौके पर वे विपक्ष पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि पिछले सरकारों की नीतियों के कारण छोटा किसान बर्बाद हुआ.
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पीएम किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त जारी करते हुए नौ करोड़ से अधिक किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ से अधिक की राशि ट्रांसफर की. इस मौके पर वे विपक्ष पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि पिछले सरकारों की नीतियों के कारण छोटा किसान बर्बाद हुआ.
Those who remained in the govt previously for several years left the farmers on their own. Promises were made and forgotten. Due to the agriculture policies of the previous govt, the poor became poorer, was it not important to change this state of farmers?: PM Narendra Modi pic.twitter.com/0F98jW94YH
— ANI (@ANI) December 25, 2020
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों के नाम पर अपने झंडे लेकर जो खेल खेल रहे हैं, अब उनको सच सुनना पड़ेगा. ये लोग अखबार और मीडिया में जगह बनाकर, राजनीतिक मैदान में खुद के जिंदा रहने की जड़ी-बूटी खोज रहे हैं. लेकिन, देश का किसान उनको पहचान गया है.
उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं, जो वर्षों तक सत्ता में रहे. इनकी नीतियों की वजह से देश की कृषि और किसान का उतना विकास नहीं हो पाया, जितना उसमें सामर्थ्य था. पहले की सरकारों की नीतियों की वजह से सबसे ज्यादा बर्बाद छोटा किसान हुआ.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जो किसानों के लिए इतने आंसू बहा रहे हैं, इतने बड़े-बड़े बयान दे रहे हैं. जब ये लोग सरकार में थे, तब इन्होंने किसानों का दुख दूर करने के लिए क्या किया? ये देश का किसान अच्छी तरह जानता है.
साथ ही कांग्रेस का नाम लिये बिना पिछली सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जो किसानों के नाम पर आज आंदोलन कर रहे हैं, जब उनका समय था, तब वे चुप थे. जो लोग आंदोलन चला रहे हैं, तब वे उस सरकार को समर्थन करते थे. यही लोग स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट के ऊपर सालों तक बैठे थे. हमने आकर निकाला, क्योंकि हमारे जीवन का मंत्र किसान की जिंदगी का भला करना है.