‘पीएम मोदी भगवान विष्णु के 11वां अवतार बनना चाहते हैं’, जानें खरगे ने ऐसा बयान क्यों दिया?
खरगे ने कहा कि इसी डर के कारण असम में कांग्रेस की यात्रा में अड़चन डाली गयी. उन्होंने कहा कि वहां पत्थर फेंके गए, पोस्टर फाड़े गए और झंडे निकाल दिए गए. उन्होंने आरोप लगाया कि देश भर में कहीं कांग्रेस की यात्रा में विघ्न नहीं डाला गया और केवल असम में, जहां भाजपा का शासन है, यह गड़बड़ी हुई.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब भगवान विष्णु का 11 वां अवतार बनना चाहते हैं. खरगे ने कहा कि सुबह उठते ही लोग अपने भगवान या गुरुओं का चेहरा देखते हैं लेकिन अब हर जगह मोदी दिखाई देते हैं. उन्होंने कहा, ‘मोदी अब 11वां अवतार बनने निकले हैं.’
धर्म के नाम पर वोट लेना देश के साथ गद्दारी : खरगे
मोदी पर धर्म और राजनीति को मिलाने का आरोप लगाते हुए खरगे ने कहा कि जब ये दोनों चीजें मिल जाती हैं तो अच्छे और बुरे में फर्क करना मुश्किल हो जाता है. उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर वोट लेना देश के साथ गद्दारी है. उन्होंने कहा कि भाजपा आजकल केवल कांग्रेस को गालियां देती रहती हैं और उसके नेताओं के सपने में जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी आती हैं. उन्होंने कहा, आजकल तो उनके सपने में राहुल गांधी आ रहे हैं जो उन्हें सोने ही नहीं दे रहे हैं. खरगे ने कहा कि इसी डर के कारण असम में कांग्रेस की यात्रा में अड़चन डाली गयी. उन्होंने कहा कि वहां पत्थर फेंके गए, पोस्टर फाड़े गए और झंडे निकाल दिए गए. उन्होंने आरोप लगाया कि देश भर में कहीं कांग्रेस की यात्रा में विघ्न नहीं डाला गया और केवल असम में, जहां भाजपा का शासन है, यह गड़बड़ी हुई.
कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लेकिन उनकी पार्टी इससे डरने वाली नहीं है. उन्होंने कहा कि जब तक आप हैं, कांग्रेस को कोई हिला नहीं सकता. दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का जिक्र करते हुए खरगे ने कहा कि कांग्रेस जान देने वाले नेताओं की पार्टी है. उन्होंने महात्मा गांधी और नेहरू का नाम लेते हुए कहा कि आजादी के लिए कांग्रेस के नेता अनेक दिन जेल में रहे. उन्होंने भाजपा से पूछा कि आजादी के लिए उसके कितने नेता कितने दिन जेल में रहे. उन्होंने सवाल किया, आपके कितने लोग मरे और कितने घर आजादी के लिए बर्बाद हुए. उन्होंने कहा कि गांधीजी ने जब ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन छेड़ा तो इनके लोग ब्रिटिश से नौकरी मांग रहे थे.