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Water Metro: देश के पहले वाटर मेट्रों की क्या है खासियत, जानें रूट और कितना होगा किराया

Water Metro: देश का पहला वॉटर मेट्रो केरल के 10 द्वीपों को जोड़ेगा. मिली जानकारी के मुताबिक वाटर मेट्रो सेवा आठ इलेक्ट्रिक हाइब्रिड नौकाओं के साथ शुरू किया जाएगा. वाटर मेट्रो शुरू होने से परिवहन को बड़ी मदद मिलेगी, साथ ही आवाजाही में आसानी होगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 24, 2023 8:37 AM
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Water Metro: देश के बहुत से लोगों ने मेट्रो की सवारी की होगी. लेकिन अब देश में एक और मेट्रो सेवा की शुरुआत हो रही है. हालांकि यह मेट्रो आम मेट्रो ट्रेन से बिल्कुल अलग होगी. जी हां, पटरियों की बजाय यह मेट्रो पानी में दौड़ेगी. इसकी शुरुआत केरल राज्य में हो रही है. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) करेंगे. पीएम मोदी 25 अप्रैल को भारत की पहली वाटर मेट्रो राष्ट्र को समर्पित करेंगे.

10 द्वीपों को जोड़ेगा वॉटर मेट्रो: मीडिया रिपोर्ट और अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, देश का पहला वॉटर मेट्रो केरल के 10 द्वीपों को जोड़ेगा. मिली जानकारी के मुताबिक वाटर मेट्रो सेवा आठ इलेक्ट्रिक हाइब्रिड नौकाओं के साथ शुरू किया जाएगा.
अधिकारियों का मानना है कि वाटर मेट्रो शुरू होने से परिवहन को बड़ी मदद मिलेगी, साथ ही आवाजाही में आसानी होगी. इसके अलावा यह ट्रैफिक की समस्या को भी कम करने में सहायक होगा.

कोच्चि वाटर मेट्रो को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इसे राज्य की महत्वाकांक्षी परियोजना करार दिया है. उनके मुताबिक, वाटर मेट्रो कोच्चि के विकास और वृद्धि को नई गति देगी. सीएम विजयन ने सोशल मीडिया पर कहा कि कोच्चि में 1136.83 करोड़ रुपये की लागत से इसे शुरू किया जा रहा है.

कोच्चि वाटर मेट्रो 10 द्वीपों से जोड़ा जा रहा है. इसमें यात्रा की कीमत काफी कम होगी साथ ही ट्रैफिक नहीं होने के कारण समय की भी बचत होगी. यात्रा के शुरूआती दौर में यह 75 किलोमीटर की दूरी कवर करेगा. हर 15 मिनट में लोगों के लिए वाटर मेट्रो की आवाजाही होगी.

विश्व स्तरीय परियोजना: केरल के सीएम विजयन ने सोशल मीडिया पर अपने ट्वीट में बताया कि कोच्चि वाटर मेट्रो राज्य के परिवहन और पर्यटन क्षेत्रों के लिए काफी रोमांचक होगा. उन्होंने कहा कि ‘विश्व स्तरीय कोच्चि वाटर मेट्रो परियोजना शुरू होने वाली है. यह कोच्चि और उसके आसपास के 10 द्वीपों को जोड़ने वाली केरल की महत्वाकांक्षी परियोजना है. कुल 78 इलेक्ट्रिक नौकाएं और 38 टर्मिनल के साथ केडब्ल्यूएम की लागत 1136.83 करोड़ है.
भाषा इनपुट के साथ

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