प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आसियान-भारत बैठक और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार सुबह इंडोनेशिया पहुंच गए. इस दौरान प्रधानमंत्री सामरिक रूप से अहम क्षेत्र के अन्य देशों के साथ भारत की साझेदारी के संबंध में चर्चा करेंगे.
वहां पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों के मुलाकात की और बातचीत की. इस दौरान पीएम मोदी का वहां काफी गर्मजोशी से स्वागत किया गया. सम्मेलन में पीएम मोदी के आगमन पर इंडोनेशिया की कुछ महिलाओं ने एक नृत्य कर उनका स्वागत किया. उन्होंने पीएम मोदी के आगमन पर ‘मेरे घर राम आए है’ पर डांस किया.
#WATCH | Today, my team had the chance to perform the opening dance for welcoming Prime Minister Narendra Modi. It was a great experience for us. It is really nice to see him. It was a thrilling experience for all of us…" said members of the India diaspora who welcomed PM Modi… pic.twitter.com/INbfzRlyhL
— ANI (@ANI) September 7, 2023
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आसियान से जुड़ी बैठकों में हिस्सा लेने के लिए जकार्ता पहुंच गए. यह अहम क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर आसियान और ईएएस के नेताओं के साथ जुड़ने का अवसर है.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कोविड-19 महामारी के बाद नियम-आधारित विश्व व्यवस्था बनाने और ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज को मजबूत करने का आह्वान किया.
यहां वार्षिक आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने स्वतंत्र तथा खुला हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया.
दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) को इस क्षेत्र के सबसे प्रभावशाली समूहों में से एक माना जाता है. भारत, अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देश इसके संवाद भागीदार हैं.
पीएम मोदी ने समूह के नेताओं से कहा कि भारत हिंद-प्रशांत पर आसियान के दृष्टिकोण का समर्थन करता है. प्रधानमंत्री ने आसियान को विकास का केंद्र बताया और कहा कि यह वैश्विक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
उन्होंने कहा,‘‘ 21वीं सदी एशिया की सदी है, यह हम सभी की सदी है.’’ मोदी ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के बाद नियमों पर आधारित विश्व व्यवस्था विकसित करना और मानव कल्याण के लिए सभी का प्रयास (सबका प्रयास) हम सभी के लिए पारस्परिक रूप से फायदेमंद होगा.’’
पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितता के माहौल के बावजूद ‘‘हमारे आपसी सहयोग’’ में लगातार प्रगति हुई है. उन्होंने कहा कि आसियान भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का केंद्रीय स्तंभ है.
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आसियान-भारत साझेदारी अपने चौथे दशक में प्रवेश कर गई है. उन्होंने कहा कि भारत की हिंद-प्रशांत पहल में आसियान का प्रमुख स्थान है.