पीएम मोदी के आर्थिक पैकेज को लेकर कांग्रेस नेताओं में ही मतभेद, किसी ने किया जोरदार स्वागत तो किसी ने कसा तंज
पीएम मोदी के आर्थिक पैकेज (pm modi 20 lakh crores economic package) को लेकर कांग्रेस के नेताओं में ही मतभेद पैदा हो गया है, किसी ने इसका जोरदार स्वागत किया है तो किसी ने तंज कसा है.
देश में कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए जारी लॉकडाउन में आर्थिक गतिविधियों को तेज करने और लॉकडाउन 4.0 के एलान के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हिंदुस्तान के इतिहास में सबसे बड़े आर्थिक पैकेज की घोषणा की. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से मंगलवार को की गई 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा के बाद कहा कि मोदी ने मीडिया को सिर्फ ‘हेडलाइन’ दी, जिसमें प्रवासी श्रमिकों के लिए कोई ‘हेल्पलाइन’ नहीं है. भाजपा ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा ‘‘समग्र राहत पैकेज” बताया.
कांग्रेस और माकपा ने कहा कि भारत प्रवासी मजदूरों पर प्रवासियों की पीड़ा पर प्रधानमंत्री की चुप्पी से निराश है क्योंकि वह इस मुद्दे का निराकरण नहीं कर पाए. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने देशहित में निर्णय लिये. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह केवल वित्तीय पैकेज नहीं, बल्कि सुधार को गति देने वाला और सोच बदलने वाला कदम है.
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने ट्वीट किया, ‘‘कोविड-19 के समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़कर देश का नेतृत्व कर रहे हैं. 21वीं सदी भारत की होगी और प्रधानमंत्री ने इस पर अमल की आधारशिला रखी है. ‘आत्मनिर्भर भारत’ इस नए बदलाव की दिशा में देश को आगे बढ़ाने के लिए हमारा मंत्र है.” नड्डा ने कहा कि यह ‘‘हमारे सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का करीब 10 प्रतिशत है. प्रधानमंत्री मोदी की सक्रिय पहल से आत्मनिर्भर भारत का निर्माण होगा.”
कांग्रेस ने कहा कि मोदी ने मीडिया को सिर्फ ‘हेडलाइन’ दी, इसमें प्रवासी श्रमिकों के दुख-दर्द के लिए कोई ‘हेल्पलाइन’ नहीं है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा से देश निराशा के माहौल से बाहर निकलेगा और उनके आत्मनिर्भरता के मंत्र से देश में नयी ऊर्जा का संचार होगा. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस पैकेज पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, ‘‘अपने घर जा रहे प्रवासी कामगारों की दिल दहला देने वाली मानवीय त्रासदी को करुणा से देखने तथा मजदूरों की सुरक्षित वापसी की जरूरत है. लाखों प्रवासी श्रमिकों के प्रति आपमें संवेदनशीलता की कमी और उनकी तकलीफों को दूर करने में आपकी नाकामी से भारत बहुत ज्यादा निराश हुआ है.”
हमेशा की तरह Headline और सिर्फ़ Headline
(आर्थिक Package) pic.twitter.com/L2lyDUokLc
— Prof. Gourav Vallabh (@GouravVallabh) May 12, 2020
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी ने हेडलाइन दी है, लेकिन कोई हेल्पलाइन नहीं दी. उन्होंने प्रवासी मजदूरों को उनके घर सुरक्षित भेजने और रास्तों में मजदूरों की मौत की घटनाओं पर कुछ भी नहीं कहा. इससे बहुत निराशा हुई है.” हालांकि इससे पहले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री की घोषणा का स्वागत किया, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वह अभी इस पैकेज के विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री की ओर से की गई 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा का स्वागत है और हम ब्योरे की प्रतीक्षा करेंगे. इससे अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और कर्मचारियों के वेतन देने की तत्काल जरूरत को लेकर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों में विश्वास पैदा करने में मदद मिलेगी.”
Welcoming PM's announcement of an economic package of Rs 20 lac crore and will wait for the details. This will help in reviving the economy and reassuring for the micro, small and medium enterprises in urgent need of financial support for worker’s wages.
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) May 12, 2020
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री प्रवासियों के दुख-दर्द के ज्वलंत मुददे निराकरण करने में विफल रहे. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज भारत का अब तक का सबसे बड़ा पैकेज है. यह आत्मनिर्भरता का नया मंत्र है.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘‘सबका दिल जीत लिया. ” उन्होंने ट्वीट किया कि 20 लाख करोड़ के पैकेज के ऐलान से आत्मनिर्भर भारत ने नया संकल्प ले लिया है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘21वीं सदी भारत की सदी होगी. देश को ऊर्जा देने के लिए प्रधानमंत्री का हार्दिक धन्यवाद.”