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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पीएम मोदी के आर्थिक पैकेज की घोषणा की तारीफ की. वहीं राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि अभी बहुत कुछ समझना होगा कि आखिर ये पैकेज किसको मिलेगा. उन्होंने जोर दिया कि हमें सबसे ज्यादा ध्यान गरीबों और मजदूरों को सबल करने की ओर देना चाहिए.
लॉकडाउन 4 की घोषणा 18 मई से पहले : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, लॉकडाउन 4 की घोषणा 18 मई से पहले दी जाएगी. पूरा भरोसा है नियमों का पालन करते हुए लॉकडाउन का चौथा चरण, लॉकडाउन 4 पूरी तरह नये रंग रूप वाला होगा, नये नियमों वाला होगा. पीएम मोदी ने कहा, राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी भी आपको 18 मई से पहले दी जाएगी.
मोदी ने मंत्र दिया, अब लोगों को लोकल के लिए वोकल बनना है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मंत्र दिया और कहा, आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए ‘वोकल’ बनना है. न सिर्फ लोकल प्रोडक्ट खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है.
राहत पैकेज में Land, Labour, Liquidity और Laws सभी पर बल दिया गया : मोदी
आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए इस पैकेज में Land, Labour, Liquidity और Laws सभी पर बल दिया गया है. ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है. ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है. देश के उस किसान के लिए है, जो हर स्थिति हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है. ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है.
राहत पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत : मोदी
पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपये का है. ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत है. इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपये का संबल मिलेगा. सपोर्ट मिलेगा. 20 लाख करोड़ रुपये का ये पैकेज 2020 में देश की विकास यात्रा को आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नयी गति देगा.
पीएम मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये की राहत पैकेज की घोषणा की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये की राहत पैकेज की घोषणा की. उन्होंने कहा, कोरोना संकट का सामना करते हुए, नए संकल्प के साथ मैं आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं. पीएम मोदी ने राहत पैकेज की घोषणा के साथ कहा, ये आर्थिक पैकेज, 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा.
आत्मनिर्भर भारत की भव्य इमारत पांच पिलर पर खड़ी होगी
आत्मनिर्भर भारत की ये भव्य इमारत, पांच पिलर पर खड़ी होगी. पहला पिलर इकोनॉमी. एक ऐसी इकोनॉमी जो वृद्धिशील परिवर्तन नहीं बल्कि क्वांटम जंप लाये. दूसरा पिलर Infrastructure. एक ऐसा Infrastructure जो आधुनिक भारत की पहचान बने. तीसरा पिलर हमारा System है. एक ऐसा सिस्टम जो बीती शताब्दी की रीति-नीति नहीं, बल्कि 21वीं सदी के सपनों को साकार करने वाली. चौथा पिलर हमारी Demography : दुनिया की सबसे बड़ी Democracy (जनसांख्यिकी) में हमारी Vibrant Demography हमारी ताकत है आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है. और पांचवां पिलर Demand - हमारी अर्थव्यवस्था में डिमांड और सप्लाई चेन का जो चक्र है. जो ताकत है, उसे पूरी क्षमता से इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है.
कोरोना की लड़ाई में भारत की दवाइयों ने एक नयी आशा : मोदी
जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही दुनिया में आज भारत की दवाइयां एक नयी आशा लेकर पहुंचती हैं. इन कदमों से दुनिया भर में भारत की भूरि-भूरि प्रशंसा होती है. तो हर भारतीय गर्व करता है.
आत्मनिर्भर भारत का संकल्प : मोदी
दुनिया को विश्वास होने लगा है कि भारत बहुत अच्छा कर सकता है, मानव जाति के कल्याण के लिए बहुत कुछ अच्छा दे सकता है. सवाल यह है कि आखिर कैसे? इस सवाल का भी उत्तर है, 130 करोड़ देशवासियों का आत्मनिर्भर भारत का संकल्प.
भारत की आत्मा वसुधैव कुटुंबकम है
विश्व के सामने भारत का मूलभूत चिंतन, आशा की किरण नजर आता है. भारत की संस्कृति, भारत के संस्कार, उस आत्मनिर्भरता की बात करते हैं, जिसकी आत्मा वसुधैव कुटुंबकम है. भारत जब आत्मनिर्भरता की बात करता है. तो आत्मकेंद्रित व्यवस्था की वकालत नहीं करता. भारत की आत्मनिर्भरता में संसार के सुख, सहयोग और शांति की चिंता होती है.
भारत में ही हर रोज 2 लाख PPE और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे
जब कोरोना संकट शुरु हुआ तब भारत में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी. एन-95 मास्क का भारत में नाममात्र उत्पादन होता था. आज स्थिति ये है कि भारत में ही हर रोज 2 लाख PPE और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं.
भारत ने आपदा को अवसर में बदला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत ने कोरोना आपदा को अवसर में बदल दिया है. उन्होंने कहा, एक राष्ट्र के रूप में आज हम एक बहुत ही अहम मोड़ पर खड़े हैं. इतनी बड़ी आपदा भारत के लिए एक संकेत लेकर आयी है. एक संदेश लेकर आयी है, एक अवसर लेकर आयी है.
आत्मनिर्भर भारत
पीएम मोदी ने कहा, विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है. आत्मनिर्भर भारत.
21वीं सदी भारत की हो, ये हमारा सपना नहीं सभी की जिम्मेदारी है
जब हम इन दोनों कालखंडो को भारत के नजरिए से देखते हैं तो लगता है कि 21वीं सदी भारत की हो, ये हमारा सपना नहीं, ये हम सभी की जिम्मेदारी है.
थकना, हारना, टूटना-बिखरना, मानव को मंजूर नहीं
थकना, हारना, टूटना-बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है. सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए अब हमें बचना भी है और आगे भी बढ़ना है.
कोरोना से लड़ते हुए चार माह हो गये
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ते हुए 4 माह गुजर गये. पूरी दुनिया में लाखों लोगों ने जान गंवाया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांचवीं बार कर रहे हैं राष्ट्र को संबोधित
कोविड-19 के चलते लागू लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्र को पांचवीं बार संबोधित कर रहे हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे.
प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में नर्सों के योगदान की सराहना की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाज को स्वस्थ्य रखने में नर्सो के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में उनके महत्वपूर्ण कार्यों के प्रति देश आभारी रहेगा. ‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस' के अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस हमारी पृथ्वी को स्वस्थ्य बनाये रखने के लिये दिन-रात काम करने वाली हमारी नर्सों के प्रति आभार व्यक्त करने का एक विशेष दिवस है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में वे (नर्स) कोविड-19 को पराजित करने के लिये महत्वपूर्ण कार्य कर रही हैं. हम उन नर्सो और उनके परिवार के सदस्यों के प्रति आभारी हैं.
कोविड-19 से निपटने के लिए तीन महीने की योजना की जरूरत, तुरंत राहत की संभावना नहीं : ममता
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 संकट से जल्दी राहत मिलने की संभावना नहीं है और स्थिति से निपटने के लिए तीन महीने की योजना की जरूरत है. बनर्जी ने यह भी दावा किया कि 25 मार्च से लागू किए गए लॉकडाउन से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है, क्योंकि यह कदम उठाने के लिए बनाई गई योजना सही नहीं थी.
प्रधानमंत्री ने ‘दो गज की दूरी' के महत्व पर फिर से जोर दिया
प्रधानमंत्री ने ‘दो गज की दूरी' के महत्व पर फिर से जोर दिया और कहा था कि कई मुख्यमंत्रियों द्वारा रात में कर्फ्यू लगाने के लिए दिए गए सुझाव को मानने से निश्चित रूप से लोगों में सतर्कता की भावना फिर से पैदा होगी.
सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से की थी बैठक
सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड-19 और लॉकडाउन के विषय पर चर्चा की. मोदी ने कहा था, भले ही हम लॉकडाउन को क्रमबद्ध ढंग से हटाने पर गौर कर रहे हैं लेकिन हमें यह लगातार याद रखना चाहिए कि जब तक हम कोई वैक्सीन या समाधान नहीं ढूंढ लेते हैं, तब तक वायरस से लड़ने के लिए हमारे पास सबसे बड़ा हथियार सामाजिक दूरी बनाए रखना ही है.
कोविड-19 के चलते लागू लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्वीट के अनुसार, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे.