नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग के बीच मंगलवार को रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया. अपने पांचवें राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन से प्रभावित अर्थव्यवस्था को उबारने और किसानों, श्रमिकों , मध्यमवर्ग के लोगों समेत समाज सभी प्रभावित वर्गों को राहत देने के लिये 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को लोकल के लिए ‘वोकल’ बनने का आह्वान भी किया. उन्होंने कहा, न केवल लोगों को लोकल प्रोडक्ट खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है. उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है.
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जरूरत की चीजों के विनिर्माण में आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देते हुए जनता से ‘लोकल पर वोकल बनने’ यानी स्थानीय उत्पादों को महत्व देने और उनकी मांग बढ़ाने के साथ ही उनका प्रचार करने पर भी जोर दिया.
कोरोना वायरस महामारी के प्रसार पर अंकुश के लिये लागू लॉकडाउन के तीसरे चरण के समाप्त होने से पांच दिन पहले राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि संकट के इस दौर में ‘लोकल’ ने ही हमें बचाया है.
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स्थानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों ने ही आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया है, हमें इसे ही अपने आत्मनिर्भर बनने का मंत्र बनाना चाहिये. प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ को सशक्त बनाना है. यह सब आत्मनिर्भरता, आत्मबल से ही संभव होगा.
उन्होंने कहा, समय की मांग है कि भारत हर प्रतिस्पर्धा में जीते, सरकार जो आर्थिक पैकेज घोषित कर रही है उसमें अनेक प्रावधान किये गये हैं, इससे क्षमता बढ़ेगी, गुणवत्ता बेहतर होगी. मोदी ने स्थानीय उत्पाद के मामले में खादी और हथकरघा का उदाहरण देते हुए कहा कि आपसे मैंने इन उत्पादों को खरीदने का आग्रह किया तो इन उत्पादों की बिक्री रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई. इसका काफी अच्छा परिणाम मिला.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि एक वायरस ने पूरी दुनिया को तहस – नहस कर दिया, सारी दुनिया जिंदगी बचाने की जंग में जुटी है. यह मानव जाति के लिये अकल्पनीय है. उन्होंने कहा, में बचना भी है और आगे बढ़ना भी है. हमें अपना संकल्प और मजबूत करना होगा यह इस संकट से भी विराट होगा.