पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के लोगों को दीं नये साल की शुभकामनाएं

पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के लोगों को नये साल की शुभकामनाएं दी. जम्मू-कश्मीर में नये साल का जश्न मनाते लोग नजर आए. देश के कई राज्यों से जश्न मनाने की तस्वीरें सामने आ रहीं हैं.

By Amitabh Kumar | January 1, 2024 11:58 AM
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आज से नये साल का आगाज हो चुका है. एक जनवरी की सुबह से ही लोग मंदिरों में पहुंचकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं. मंदिर और गिरजाघर में प्रार्थना करने वाले लोगों की भीड़ उमड़ती दिखी. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नये साल की शुभकामनाएं देश की जनता को दी है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि सभी को नये साल की हार्दिक शुभकामनाएं! वर्ष 2024 सभी के लिए खुशियां, शांति और समृद्धि लेकर आए…आइए हम समावेशी और सतत विकास में योगदान देने की नयी प्रतिबद्धता के साथ नये साल का स्वागत करें.

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि सभी को 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं! यह वर्ष सभी के लिए समृद्धि, शांति और बेहतर स्वास्थ्य लेकर आए…यही कामना है.

नववर्ष 2024 का जोरदार स्वागत

बीती रात महाराष्ट्र, गोवा, पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश में पूरे उत्साह और उल्लास के साथ लोगों ने जश्न मनाते हुए नववर्ष 2024 का स्वागत किया जिसकी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. कारोबारी नगरी मुंबई में हजारों की संख्या में लोग रविवार रात गेटवे ऑफ इंडिया, मरीन ड्राइव, गिरगांव चौपाटी और अन्य स्थानों पर जमा हुए और नये साल का जश्न मनाया. कई लोग ऐसे भी थे जिन्होंने प्रसिद्ध सिद्धिविनायक और मुंबादेवी मंदिरों और गिरजाघरों सहित धार्मिक स्थानों में जाकर नया साल मनाया.

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जम्मू-कश्मीर में भी नये साल का जश्न

जम्मू-कश्मीर में भी नये साल का जश्न मनाते लोग नजर आए. श्रीनगर में शून्य से नीचे तापमान रिकॉर्ड किया गया जिसके बाद भी सैकड़ों स्थानीय लोग और पर्यटक नए साल की पूर्व संध्या पर लाल चौक के प्रतिष्ठित घंटा घर पर पहुंचे. जैसे ही 2023 में आखिरी बार सूरज डूबा, नवीनीकृत घंटा घर चौराहा नए साल के जश्न के साथ रोमांच से भर उठा. आपको बता दें कि 2019 से पहले घंटा घर पर होने वाली सभाएं ज्यादातर विरोध प्रदर्शन या अलगाववादी प्रकृति की होती थीं, लेकिन इस बार रविवार की सभा बिल्कुल अलग नजर आई.

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