अटल बिहारी वाजपेयी को पीछे छोड़ नरेंद्र मोदी ने बनाया यह रिकॉर्ड, क्या इंदिरा को भी देंगे शिकस्त?
Pm Narendra modi break a record of former pm atal bihari vajpayee by hosting tricolour on the red fort : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ऐसे गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं, जो सातवीं बार लाल किले के प्राचीर से तिरंगा लहरायेंगे. नरेंद्र मोदी के नाम यह एक ऐसा रिकॉर्ड है, जिसमें उन्होंने अपने आदर्श पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी पीछे छोड़ दिया है.
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ऐसे गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं, जो सातवीं बार लाल किले के प्राचीर से तिरंगा लहरायेंगे. नरेंद्र मोदी के नाम यह एक ऐसा रिकॉर्ड है, जिसमें उन्होंने अपने आदर्श पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी पीछे छोड़ दिया है.
अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय इतिहास में पहले ऐसे गैरकांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने लाल किले के प्राचीर से छह बार झंडा फहराया था. अटल बिहारी वाजपेयी पहले ऐसे गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया था. वे वर्ष 1998 से 2003 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे थे.
लेकिन 2004 का आम चुनाव वे हार गये थे जिसके कारण वे सातवीं बार झंडा नहीं फहरा सके थे, लेकिन नरेंद्र मोदी अपना पहला कार्यकाल पूरा करने के बाद 2019 का चुनाव भी जीतकर आये हैं. इसके साथ ही वे भारत के चौथे ऐसे प्रधानमंत्री बन गये हैं, जिन्होंने इतनी लंबी अवधि तक प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला है. सबसे लंबे समय तक पंडित जवाहर लाल नेहरू देश के प्रधानमंत्री रहे थे, उन्होंने 17 साल तक कार्यभार संभाला था.
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पंडित नेहरू के बाद सबसे लंबे समय तक देश का कार्यभार प्रधानमंत्री के रूप में संभालने का रिकॉर्ड इंदिरा गांधी के नाम है. उन्होंने 15 साल से भी ज्यादा समय तक प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली थी, उनके बाद मनमोहन सिंह का नाम आता है, जिन्होंने अपना कार्यकाल दो बार पूरा किया और कुल 10 साल तक प्रधानमंत्री की कुर्सी पर विराजमान रहे. चौथे स्थान पर पहले वाजपेयी जी का नाम था लेकिन अब नरेंद्र मोदी उस कुर्सी पर विराजमान हो गये हैं.
अटल बिहारी वाजपेयी से पहले 1977 के चुनाव में देश में पहली बार गैर कांग्रेसी पार्टियों की सरकार बनी थी, उस वक्त जनता पार्टी चुनाव जीतकर आयी थी और मोरारजी देसाई देश के प्रधानमंत्री बने थे. लेकिन यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी थी और 1980 में चुनाव हुआ था, जिसमें इंदिरा गांधी फिर से चुनाव जीतकर सत्ता में लौटी थीं.