नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वैक्सीन बनाने वाली स्वदेशी कंपनियों के प्रमुखों की बैठक में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे की तारीफ की. प्रधानमंत्री ने वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों की तारीफ करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से ही भारत इतने कम समय में 100 करोड़ वैक्सीन की डोज लगाने में कामयाब हो सका. वहीं वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों के प्रमुखों ने कहा कि इसके पहले कभी सरकार और वैक्सीन उद्योग के बीच ऐसा सहयोग नहीं देखा गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के पहले भारत बायोटेक के चेयरमैन ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की 100 डोज लगाने में भारत सरकार से लेकर आम आदमी तक ने अहम भूमिका निभायी है. सामूहिक प्रयास से ही भारत ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है. भारत बायोटेक के प्रमुख डॉ कृष्णा एला ने कहा है कि बच्चों के टीका को मंजूरी मिलने का हमें इंतजार है.
During today's interaction with domestic vaccine manufacturers PM Modi praised their efforts which has resulted in India crossing 100 crore vaccination mark. Vaccine manufacturers also lauded the never seen before collaboration between govt & industry: Prime Minister's Office pic.twitter.com/JckzGuikPB
— ANI (@ANI) October 23, 2021
डॉ कृष्णा एला ने उम्मीद जतायी की जल्द ही बच्चों को लगाये जाने वाला वैक्सीन बनाने का लाइसेंस डीजीसीआई की ओर से मिल जायेगा. इसके बाद वैक्सीन का उत्पादन शुरू हो जायेगा. साथ ही देश के नौनिहालों को भी कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रतिरक्ष प्रणाली मिल जायेगी. यानी उनका टीकाकरण अभियान भी शुरू कर दिया जायेगा.
India has done an amazing job in achieving 100 crore vaccination mark with collective efforts right from govt to citizens. We're waiting for a license from DCGI for the children's vaccine: Dr Krishna Ella, Chairman & MD, Bharat Biotech pic.twitter.com/IyyaDL3ghB
— ANI (@ANI) October 23, 2021
भारत बायोटेक के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर (सीएमडी) श्री एला ने कहा कि उनकी कंपनी ने दो फेज के ट्रायल कर लिये हैं. ट्रायल में वैक्सीन ने बेहतरीन रिजल्ट दिये हैं. उन्होंने कहा कि अगर बच्चों का वैक्सीन बनाने का लाइसेंस मिल जाता है, तो उससे बच्चों को कोरोना से लड़ने वाली इम्यूनिटी मिल जायेगी और वैश्विक महामारी के संक्रमण के फैलने का खतरा कम हो जायेगा.
Also Read: भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को अब तक क्यों नहीं मिली मान्यता? WHO ने अब मांगी ये जानकारी
प्रधानमंत्री के साथ बैठक के बाद सीरम इंस्टीट्यूट के सायरस पूनावाला ने कहा कि पीएम ने अपने ही अंदाज में कोरोना के खिलाफ जंग को तेज किया. स्वास्थ्य मंत्रालय के जरिये उन्होंने वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ायी. अगर पीएम सक्रिय न होते, तो भारत 100 करोड़ वैक्सीन की डोज इतनी जल्दी लगाने में कतई सफल नहीं होता.
#WATCH | "…PM went out of his way, made everyone move very fast… Had it not been for him… and driving the health ministry, today India would not have been able to make a billion doses….: Cyrus Poonawalla, Serum Institute, after meet with PM Modi.
(Source: PMO) pic.twitter.com/UpxV55yjNR
— ANI (@ANI) October 23, 2021
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला से भी बात की. बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार भी शामिल थीं.
PM Narendra Modi interacts with vaccine manufacturers including Serum Institute's Adar Poonawalla. Union Health Minister Mansukh Mandaviya and MoS Health Bharati Pravin Pawar also present. pic.twitter.com/hiSmjEueuC
— ANI (@ANI) October 23, 2021
उल्लेखनीय है कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों का अब तक कोई भी टीका बाजार में उपलब्ध नहीं है. कई कंपनियां वैक्सीन बना रही हैं, लेकिन किसी के उत्पाद को अब तक मंजूरी नहीं मिली है. हालांकि, 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लगाने में भारत सरकार ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. 100 करोड़ से अधिक कोरोना टीका की खुराक लोगों को दी जा चुकी है.
Posted By: Mithilesh Jha
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.