Loading election data...

PM मोदी बोले, प्रदर्शन और आंदोलन के नाम पर सरकारी संपत्ति को ना पहुंचाए नुकसान, समाज के हर वर्ग का इसमें लगा है पसीना

Dedicated Freight Corridor प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridor) के खुर्जा-भाऊपुर सेक्शन की शुरुआत की. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि ये फ्रेट कॉरिडोर्स भारत को आत्मनिर्भर बनाने में काफी मदद करेंगे. व्यापारी हो किसान हो या उपभोक्ता, हर किसी को इससे फायदा होगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2020 12:35 PM

Dedicated Freight Corridor प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridor) के खुर्जा-भाऊपुर सेक्शन की शुरुआत की. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि ये फ्रेट कॉरिडोर्स भारत को आत्मनिर्भर बनाने में काफी मदद करेंगे. व्यापारी हो किसान हो या उपभोक्ता, हर किसी को इससे फायदा होगा.

Dedicated Freight Corridor प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridor) के खुर्जा-भाऊपुर सेक्शन की शुरुआत की.

पीएम मोदी ने कहा कि हम प्रदर्शनों और आंदोलनों में जो देखते हैं, ये मानसिकता देश की संपत्ति और इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने की है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें याद रखना चाहिए ये संपत्ति किसी नेता या दल की नहीं, देश की है. समाज के हर वर्ग का इसमें पसीना लगा है.

बता दें कि पीएम मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कानपुर के पास न्यू भाऊपुर और न्यू खुर्जा के बीच बने 351 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर को देश को समर्पित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस्टर्न कॉरिडोर के सेक्शन के साथ-साथ प्रयागराज में बने कंट्रोल रूम का भी उद्घाटन किया.

देश का यह सबसे भव्य डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का कंट्रोल रूम है. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के अलावा उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान साथ ही कहा कि आज का दिन भारतीय रेल के गौरवशाली अतीत को 21वीं सदी की नयी पहचान देने वाला है. इस कॉरिडोर को करीब 5 हजार 750 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. भारत और भारतीय रेल का सामर्थ्य बढ़ाने वाला है. आज हम आजादी के बाद का सबसे बड़ा और आधुनिक रेल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट धरातल पर उतरता देख रहे हैं.

Also Read: भारत में कोरोना वायरस के New Strain की एंट्री, UK से वापस आए 6 यात्री मिले पॉजिटिव

Upload By Samir Kumar

Next Article

Exit mobile version