संयुक्त राष्ट्र की हाई-लेवल बैठक में बोले पीएम मोदी, भूमि क्षरण दुनिया के दो-तिहाई हिस्से को कर रहा प्रभावित
PM Modi At United Nations High Level Dialogue प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने संयुक्त राष्ट्र (UN) की हाई लेवल बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में 2030 तक 26 मिलियन हेक्टेयर खराब भूमि को बहाल करने की दिशा में काम किया जा रहा हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि यह 2.5 से 3 बिलियन टन सीओ2 (CO2) के बराबर अतिरिक्त कार्बन सिंक को प्राप्त करने की भारत की प्रतिबद्धता में योगदान देगा.
PM Modi At United Nations High Level Dialogue प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने संयुक्त राष्ट्र (UN) की हाई लेवल बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में 2030 तक 26 मिलियन हेक्टेयर खराब भूमि को बहाल करने की दिशा में काम किया जा रहा हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि यह 2.5 से 3 बिलियन टन सीओ2 (CO2) के बराबर अतिरिक्त कार्बन सिंक को प्राप्त करने की भारत की प्रतिबद्धता में योगदान देगा.
संयुक्त राष्ट्र के उच्च स्तरीय वर्चुअल संवाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुख की बात है कि भूमि क्षरण आज दुनिया के दो तिहाई हिस्से को प्रभावित करता है. उन्होंने कहा कि अगर इसे अनियंत्रित छोड़ दिया गया, तो यह हमारे समाजों, अर्थव्यवस्थाओं, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और जीवन की गुणवत्ता की नींव को ही नष्ट कर देगा. पीएम मोदी ने कहा कि भारत में पिछले दस साल में लगभग 30 लाख हेक्टेयर वन क्षेत्र जोड़ा गया है. इसने संयुक्त वन क्षेत्र को देश के कुल क्षेत्रफल के लगभग 1/4 भाग तक बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि हम भूमि क्षरण तटस्थता की अपनी राष्ट्रीय प्रतिबद्धता को प्राप्त करने की राह पर हैं.
We're also working towards restoring 26 million hectares of degraded land by 2030. This will contribute to India's commitment to achieve addl carbon sink of 2.5 to 3 billion tons of CO2 equivalent: PM Modi at UN 'High-Level Dialogue on Desertification, Land Degradation & Drought' pic.twitter.com/wxvyU8AT8q
— ANI (@ANI) June 14, 2021
मरुस्थलीकरण, भूमि क्षरण, सूखे पर संयुक्त राष्ट्र के उच्च स्तरीय वर्चुअल संवाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में हमने हमेशा भूमि को महत्व दिया है और भारतीय पवित्र पृथ्वी को अपनी मां के रूप में मानते हैं. उन्होंने कहा कि भारत ने वैश्विक मंचों पर भूमि क्षरण के मुद्दों को उजागर करने का बीड़ा उठाया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने भूमि क्षरण, सूखे से निपटने के लिए नए तरीके अपनाए हैं.
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र में पीएम नरेंद्र मोदी का यह संबोधन जी-7 शिखर सम्मेलन में तीन सत्रों के संबोधन के महज एक दिन बाद हो रहा था. जी-7 में पीएम मोदी द्वारा उठाए गए मुद्दों की विश्व के सभी नेताओं ने सराहना की थी. संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर ने भूमि क्षरण से लड़ने में हुई प्रगति का आंकलन करने और स्वस्थ भूमि को पुनर्जीवित करने और बहाल करने के वैश्विक प्रयासों पर आगे का रास्ता तय करने के लिए संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन के समर्थन में ये बैठक बुलाई है.
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