नरेंद्र मोदी सरकार ने भारतीयों को यूक्रेन से निकालने के लिए इंटरनेशनल ट्रैवल एडवाइजरी में किये ये संशोधन

Russia Ukraine War: यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने के लिए भारत सरकार ने अपने इंटरनेशनल ट्रैवल एडवाइजरी में संशोधन किया है. यूक्रेन से लौट रहे भारतीयों को कई तरह की छूट दी जा रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2022 5:34 PM
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Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से बड़े पैमाने पर भारतीयों को यूक्रेन (Ukraine) से निकालने के लिए भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन गंगा’ (Operation Ganga) चला रखा है. एयर इंडिया (Air India) के विमान से भारतीयों को युद्धग्रस्त क्षेत्र यूक्रेन (Indians Evacuation from Ukraine) से निकाला जा रहा है. इसके लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (Health and Family Welfare Ministry) ने कई कोरोना गाइडलाइंस में संशोधन और कई तरह की छूट की घोषणा की है.

भारतीय यात्रियों को दी गयी कई छूट

स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट करके सोमवार (28 फरवरी 2022) को यह जानकारी दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जो ट्वीट किया गया है, वह प्रेस विज्ञप्ति है, जिसे इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने जारी किया है. उसमें बताया गया है कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने के लिए भारत सरकार ने अपने इंटरनेशनल ट्रैवल एडवाइजरी में संशोधन (Revised International Travel Advisory) किया है. यूक्रेन से लौट रहे भारतीयों को कई तरह की छूट दी जा रही है.

बिना जांच रिपोर्ट, वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के लौट रहे लोग

पीआईबी ने स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें कहा गया है कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सकुशल स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने के लिए विमान में सवार होने से पहले अनिवार्य निगेटिव आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट (RTPCR Test Report) और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट (Vaccination Certificate) की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है. पहले विदेशों से लौटने वाले सभी यात्रियों के लिए निगेटिव आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को एयर-सविधा पोर्टल (Air Suvidha Portal) पर अपलोड करना अनिवार्य था.

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कोरोना जांच नहीं कराने वालों को बड़ी राहत

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अगर किसी ने यात्रा से पहले कोरोना जांच नहीं करवायी है और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट अपलोड करने में सक्षम नहीं हैं, तो उन्हें सुविधा दी गयी है कि वे भारत में आकर अपनी कोविड जांच के सैंपल दे सकेंगे. उन्हें यात्रा करने से नहीं रोका जायेगा, लेकिन ऐसे लोगों को यहां आकर अपना सैंपल देना होगा और अनिवार्य रूप से 14 दिन तक अपनी सेहत का ख्याल रखना होगा. यानी सेल्फ कोरेंटिन वाली व्यवस्था का उन्हें पालन करना होगा.

अब तक लौटे किसी व्यक्ति को आइसोलेशन में नहीं रखा गया

बता दें कि 28 फरवरी 2022 तक युद्धग्रस्त यूक्रेन से 1,156 यात्री भारत लौट चुके हैं. इनमें से किसी को भी आइसोलेशन में नहीं रखा गया है. उल्लेखनीय है कि यूक्रेन में हजारों भारतीय फंसे हुए हैं. सभी को निकालने के लिए भारत सरकार ने स्पेशल विमान सेवा शुरू की है. भारतीयों को पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया और हंगरी के रास्ते सुरक्षित निकाला जा रहा है. भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए चलाये गये अभियान को भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन गंगा’ नाम दिया है.

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यूक्रेन में फंसे 1156 लोग भारत लौटे

भारत सरकार की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक, 28 फरवरी को दिन में 12 बजे तक 5 विमानों की मदद से 1156 यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा चुका है. 5 विमानों में एक विमान मुंबई पहुंचा था, जबकि 4 विमान यूक्रेन से भारतीयों को लेकर सीधे दिल्ली पहुंचा था.

मोदी सरकार ने चार मंत्रियों को भारतीयों की मदद के लिए भेजा

भारत सरकार ने अपने चार मंत्रियों को यूक्रेन की सीमा से सटे चार देशों में भेजा है, जो अपने लोगों की सुरक्षित वापसी की व्यवस्था करेंगे. इनमें पूर्व सेनाध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह, किरण रिजीजू, ज्योतिरादित्य सिंधिया और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हैं.

Posted By: Mithilesh Jha

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