PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शनिवार को केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन का उद्घाटन किया. इस केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन के उद्घाटन का उद्देश्य प्रौद्योगिकी और नवाचार के एक पारिस्थितिकी तंत्र को सुविधाजनक बनाने का है. पीएमओ के अनुसार, देश भर में एक मजबूत विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार (STI) पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए अपनी तरह का पहला सम्मेलन केंद्र-राज्य समन्वय और सहयोग तंत्र को मजबूत करेगा.
दो दिवसीय कॉन्क्लेव का हो रहा आयोजन
दो दिवसीय कॉन्क्लेव का आयोजन 10-11 सितंबर को साइंस सिटी अहमदाबाद में किया जा रहा है. इसमें एसटीआई विजन 2047 सहित विभिन्न विषयगत क्षेत्रों पर सत्र शामिल होंगे. कॉन्क्लेव के उद्घाटन के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह मौजूद थे.
ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 46वें स्थान पर पहुंचा भारत
पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हूए कहा कि‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान’ के मंत्र के साथ भारत आगे बढ़ रहा है. साथ ही उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से विज्ञान और प्रौद्योगिकी में निवेश बढ़ा है. सरकार के प्रयासों के कारण, भारत 2015 में 81वें स्थान से ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 46वें स्थान पर पहुंचा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन हमारे सबका प्रयास के मंत्र का एक उदाहरण है. आज जब भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की ओर बढ़ रहा है, भारत के विज्ञान और इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है.
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‘अपने वैज्ञानिकों की उपलब्धियों का जश्न मनाना चाहिए’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें अपने वैज्ञानिकों की उपलब्धियों का जश्न मनाना चाहिए. जब हम वैज्ञानिकों और उनके नवाचारों का जश्न मनाते हैं, तो विज्ञान हमारी संस्कृति का हिस्सा बन जाएगा. विज्ञान आधारित विकास के विजन के साथ हमारी सरकार आगे बढ़ रही है. आगे कहा कि हमें इस अमृत काल में भारत को अनुसंधान और नवाचार का वैश्विक केंद्र बनाना है. राज्यों को अन्य राज्यों से सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाना चाहिए. यह देश में विज्ञान आधारित विकास कार्यक्रमों का समय पर और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम होगा.