प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में रविवार को हुबली-धारवाड़ में कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने आईआईटी धारवाड़ को राष्ट्र को समर्पित किया. साथ ही पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े रेलवे प्लेटफॉर्म का भी उद्घाटन किया.
श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन पर तैयार हुआ दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन पर दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म को भी राष्ट्र को समर्पित किया. इस रिकॉर्ड को हाल में ’गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ ने भी मान्यता दी है. करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से प्लेटफॉर्म को तैयार किया गया है. इसकी लंबाई 1,507 मीटर है.
Karnataka | PM Narendra Modi dedicated several development projects and the longest railway platform in the world in Hubballi-Dharwad. pic.twitter.com/kcw08B6UIR
— ANI (@ANI) March 12, 2023
पीएम मोदी ने आईआईटी धारवाड़ को किया राष्ट्र को समर्पित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कर्नाटक दौरे में आईआईटी धारवाड़ को भी राष्ट्र को समर्पित किया. इसकी आधारशिला उन्होंने फरवरी 2019 में रखी थी. इसे 850 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है. संस्थान वर्तमान में चार वर्षीय बी टेक कार्यक्रम, पांच वर्षीय बीएस-एमएस कार्यक्रम, एम टेक और पीएच डी कार्यक्रमों की पेशकश करता है.
पीएम ने होसपेटे स्टेशन को भी राष्ट्र को समर्पित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेलवे नेटवर्क के होसपेटे-हुबली-तिनाईघाट खंड के विद्युतीकरण और होसपेटे स्टेशन के उन्नयन को भी राष्ट्र को समर्पित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, आज धारवाड़ की इस धरा पर विकास की एक नई धारा निकल रही है. विकास की ये धारा हुबली-धारवाड़ के साथ ही पूरे कर्नाटक को सींचने का का काम करेगी.
डबल इंजन की सरकार कर्नाटक का कर रही विकास : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कर्नाटक के प्रत्येक व्यक्ति का जीवन खुशहाल हो, यहां के युवाओं को रोजगार के अवसर मिले, यहां की बहन-बेटियां और सशक्त हो, इसी दिशा में हम मिलकर काम कर रहे हैं. भाजपा की डबल इंजन की सरकार पूरे राज्य के पूर्ण विकास के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रही है.
धारवाड़ में IIT का नया कैम्पस कर्नाटक की विकासयात्रा में नया अध्याय लिख रहा : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, धारवाड़ में IIT का नया कैम्पस कर्नाटक की विकासयात्रा में नया अध्याय लिख रहा है. जितने ज्यादा उत्तम इंस्टीट्यूट होंगे उतने ज्यादा लोगों तक अच्छी शिक्षा की पहुंच होगी. यही कारण है कि बीते 9 वर्षों में भारत में अच्छे एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की संख्या लगातार बढ़ रही है. उन्होंने आगे कहा, धारवाड़ केवल एक गेटवे ही नहीं रहा बल्कि ये कर्नाटक और भारत की जीवंतता का एक प्रतिबिंब बन गया है. इसे कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी के रुप में जाना जाता है.