PM नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर में किया AIIMS का उद्‌घाटन, 247 एकड़ में फैला है अस्पताल, जानें ये 5 खासियत

बिलासपुर एम्स को 1,470 करोड़ की लागत से बनाया गया है. यह अस्पताल 247 एकड़ से अधिक भू-भाग में फैला है. इस सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल में मरीजों को 24 घंटे इमरजेंसी चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जायेगी.

By Rajneesh Anand | October 5, 2022 2:14 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) का उद्घाटन किया. इस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में मरीजों के लिए कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी हैं. ज्ञात हो कि इस अस्पताल का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2017 में किया था. इस अस्पताल की खासियत इस प्रकार है-

247 एकड़ में फैला है अस्पताल

बिलासपुर एम्स को 1,470 करोड़ की लागत से बनाया गया है. यह अस्पताल 247 एकड़ से अधिक भू-भाग में फैला है. इस सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल में मरीजों को 24 घंटे इमरजेंसी चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जायेगी. इस अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा भी मरीजों को मिलेगी. इस अस्पताल में 18 स्पेशल और 17 सुपर स्पेशल विभाग होंगे.


2017 में पीएम मोदी ने रखी थी आधारशिला

बिलासपुर एम्स का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2017 में किया था. पूरे पांच साल बाद यानी अक्टूबर 2022 में इस अस्पताल का उद्‌घाटन कर दिया गया है. इस अस्पताल का निर्माण प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत किया गया है.

अस्पताल की क्षमता 750 बेड की

बिलासपुर एम्स की क्षमता 750 बेड की है. पीएमएसएसवाई के तहत स्थापित इस अस्पताल में 64 आईसीयू बेड होंगे. अस्पताल में 24 घंटे आपातकालीन सुविधा उपलब्ध होगी. साथ ही डायलिसिस सुविधा, अल्ट्रासोनोग्राफी, सीटी स्कैन एवं एमआरआई की सुविधा भी होगी.

आयुष ब्लाॅक की भी है सुविधा

अस्पताल अमृत फार्मेसी व जन औषधि केंद्र और 30 बिस्तरों वाले आयुष ब्लॉक से भी सुसज्जित है. यहां; आयुर्वेद, योगा, नेचरोपैथी, यूनानी, सीधा और होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति की स्वास्थ्य सुविधा भी उपलब्ध होगी. साथ ही इन चिकित्सा पद्धतियों की दवाइयां भी मरीजों को उपलब्ध करायी जायेगी.

डिजिटल स्वास्थ्य केंद्र स्थापित

बिलासपुर एम्स में डिजिटल स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया गया है. जिसके जरिये हिमाचल प्रदेश के जनजातीय और दुर्गम जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करायी जायेगी. अस्पताल द्वारा काजा, सलूनी और केलांग जैसे दुर्गम जनजातीय और अधिक ऊंचाई वाले हिमालयी क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जायेंगी.

100 विद्यार्थियों को मिलेगा एडमिशन

बिलासपुर एम्स में प्रतिवर्ष 100 विद्यार्थियों को एमबीबीएस के कोर्स में एडमिशन दिया जायेगा. इसके साथ ही 60 स्टूटेंड्‌स को नर्सिंग के कोर्स में एडमिशन दिया जायेगा. इस अस्पताल के निर्माण से हिमाचल प्रदेश के आम नागरिकों को काफी लाभ मिलेगा और स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी.

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