कृष्णगुरु एकनाम अखंड कीर्तन में जुड़े पीएम नरेंद्र मोदी, कहा- पूर्वोत्तर के विकास को दे रहे प्राथमिकता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से असम के बारपेटा में कृष्णगुरु सेवाश्रम में आयोजित किये जाने वाले विश्व शांति के लिए कृष्णगुरु एकनाम अखंड कीर्तन से जुड़े. इस दौरान उन्होंने पूर्वोत्तर भारत से जुड़ी कई तरह की बातें कहीं.

By Vyshnav Chandran | February 3, 2023 6:43 PM

PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से असम के बारपेटा में मौजूद कृष्णगुरु सेवाश्रम में आयोजित किये जाने वाले विश्व शांति के लिए कृष्णगुरु एकनाम अखंड कीर्तन में हिस्सा लिया. इस आयोजन में सम्मिलित होने के बाद उन्होंने असम और वहां के लोगों से कई तरह की बातें साझा की. जनता के सामने अपनी बातों को रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि- आज हम पूर्वोत्तर भारत और असम के विकास को प्राथमिकता दे रहे हैं. पर्यटन और टूरिज्म यहां की इकॉनमी में अहम भूमिका निभाता है. प्रधानमंत्री ने आगे जनता को संबोधित करते हुए कहा कि- बजट 2023 में प्रस्तावित किये गए देश भर के 50 पर्यटन स्थलों को पूर्ण रूप से संपूर्ण पर्यटन स्थलों में विकसित किया जाएगा.

इन मुद्दों पर की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम के बारपेटा में कृष्णगुरु सेवाश्रम में आयोजित होने वाले विश्व शांति के लिए कृष्णगुरु एकनाम अखंड कीर्तन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े. इस दौरान उन्होंने जनता से बात करते हुए कहा कि- आज हम पूर्वोत्तर और असम के विकास को प्राथमिकता दे रहे हैं. पर्यटन इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में एक मुख्य भूमिका निभाता है. बजट 2023 में प्रस्तावित, देश भर के 50 पर्यटन स्थलों को स्वस्थ पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित किया जाएगा. केवल यही नहीं जनता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा विलास क्रूज के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा- गंगा विलास क्रूज जल्द ही असम पहुंचेगा. इसके यात्री भारत की संस्कृति का अनुभव कर रहे हैं और उन स्थलों के बारे में जान रहे हैं जहां वे जा रहे हैं. मुझे विश्वास है कि इस क्रूज पर यात्रियों के माध्यम से असम की सुंदरता और संस्कृति को दुनिया जान सकेगी.

जो वंचित है, उसे देश आज वरीयता दे रहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि- गंगा विलास क्रूज काफी जल्द असम पहुंचेगा. इस क्रूज में सफर कर रहे यात्री भारत की संस्कृति का अनुभव ले रहे हैं और उन स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं जहां वे जा रहे हैं. आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि- मुझे भरोसा है कि इस क्रूज पर यात्रियों के माध्यम से असम की सुंदरता और संस्कृति को दुनिया जान सकेगी. कृष्णगुरु जी ने विश्व शांति के लिए हर 12 वर्षों में 1 महीने के अखंड नामजप और कीर्तन का अनुष्ठान शुरू किया था. हमारे देश में तो 12 वर्ष की अवधि पर इस तरह के आयोजनों की प्राचीन परंपरा रही है और इन आयोजनों का मुख्य भाव रहा है. आज विकास की दौड़ में जो जितना पीछे है, देश के लिए वो उतनी ही पहली प्राथमिकता है. यानी जो वंचित है, उसे देश आज वरीयता दे रहा है.

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