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बच्चों से विशेष आग्रह
पीएम मोदी ने कोरोना संकट और इनडोर गेम्स की महता पर बात करते हुए बच्चों से विशेष आग्रह किया. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पढाई में ऑनलाइन खेलों के बजाए आप कुछ और करें. मैं बच्चों से आग्रह करता हूं कि वो मोबाइल उठाएं और अपने दादा- दादी का इंटरव्यू करें. जैसे पत्रकार करते हैं वैसे आप भी सवाल पूछीए. वो बचपन में क्या करते थे, कैसे खेल खेलते थे, छुट्टी के दिनों में नानीघर में क्यों जाते थे, इससे आपको भारत में लुप्त हो रही चीजों की जानकारी मिलेगी. साथ ही बढिया वीडियो एलबम भी बन जाएगा.
पारंपरिक खेलों की बहुत समृद्ध विरासत
पीएम मोदी बोले- हमारे देश के पारंपरिक खेलों की बहुत समृद्ध विरासत रही है. जैसे आपने एक खेल का नाम सुना होगा- पचीसी. यह खेल तमिलनाडु में पल्लान्गुली कर्नाटक में अलि गुलि मणे और आध्र् में वामन गुंटलू के नाम से खेला जाता है. ये सब स्ट्रैटजी गेम हैं. लोग घरों में कई प्रकार से खेल खेल सकते हैं. भारत के इनडोर गेम्स काफी प्रचलित हैं और इनमें संभावना भी काफी ज्यादा है.
ग्रामीण का काम बना पूरे भारत के लिए मिसाल
जैसे कपूर, आग में तपने पर भी अपनी सुगंध नहीं छोड़ता, वैसे ही अच्छे लोग आपदा में भी अपने गुण, अपना स्वभाव नहीं छोड़ते. आज, हमारे देश की जो श्रमशक्ति है, जो श्रमिक साथी हैं, वो भी, इसका जीता जागता उदाहरण हैं. पीएम मोदी ने कहा- अरुणाचल प्रदेश की एक ऐसी ही प्रेरक कहानी, मुझे मीडिया में पढ़ने को मिली. यहां, सियांग जिले के मिरेम गांव ने वो अनोखा कार्य कर दिखाया, जो समूचे भारत के लिए, एक मिसाल बन गया है. इस गांव के कई लोग, बाहर रहकर, नौकरी करते हैं. गांव वालों ने देखा कि कोरोना महामारी के समय, ये सभी, अपने गांव की ओर लौट रहे हैं. ऐसे में, गांव वालों ने, पहले से ही गांव के बाहर कोरेंटिन का इंतजाम करने का फैसला किया.पीएम मोदी ने यूपी के बाराबंकी का जिक्र करते हुए कहा कि यहां बाहर से लौटे मजदूरों ने कोरेंटिन में रहते हुए कल्याणी नदी का प्राकृतिक रूप लौटाया.
इस बार होगी अच्छी बारिश
पीएम मोदी ने कहा कि देश के बड़े हिस्से में मॉनसून पहुंच चुका है. बारिश को लेकर वैज्ञानिक भी उत्साहित हैं. बारिश अच्छी होगी तो किसान समृद्ध होगा. बारिश दोहन की भरपायी करती है. इसमें हमें अपना दायित्व निभाना है. अपने कृषि क्षेत्र को देखें, तो, इस क्षेत्र में भी बहुत सारी चीजें दशकों से लॉकडाउन में फंसी थीं. इस क्षेत्र को भी अब अनलॉक कर दिया गया है. इससे जहां एक तरफ किसानों को अपनी फसल कहीं पर भी, किसी को भी, बेचने की आजादी मिली है.
भारत का लक्ष्य है आत्मनिर्भर भारत
पीएम ने कहा कि भारत का संकल्प है. भारत के स्वाभिमान और संप्रभुता की रक्षा. भारत का लक्ष्य है आत्मनिर्भर भारत. भारत की परंपरा है भरोसा, मित्रता. भारत का भाव है बंधुता. हम इन्हीं आदर्शों के साथ आगे बढ़ते रहेंगे.
संस्कृत का मंत्र
पीएम मोदी संस्कृत का मंत्र पढ़कर अर्थ समझाया. कहा कि अगर कोई स्वभाव से दुष्ट है तो विद्या का प्रयोग भी विवाद में, धन का प्रयोग घमंड में और ताकत का प्रयोग दूसरों को तकलीफ देने में करता है. लेकिन सज्जन की विद्या, ज्ञान के लिए, धन मदद के लिए और ताकत रक्षा के लिए इस्तेमाल होती है. भारत ने अपनी ताकत हमेशा इसी भावना के साथ इस्तेमाल की है.
लोकल के लिए वोकल बन कर करें देश सेवा
पीएम मोदी ने कहा कि कोई भी मिशन जन-भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता है. इसीलिए आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक नागरिक के तौर पर हम सबका संकल्प, समर्पण और सहयोग बहुत जरूरी है. आप लोकल खरीदेंगे, लोकल के लिए वोकल होंगे. ये भी एक तरह से देश की सेवा ही है.
देश आत्मनिर्भर बने, यही हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने कहा कि भारत-माता की रक्षा के जिस संकल्प से हमारे जवानों ने बलिदान दिया है, उसी संकल्प को हमें भी जीवन का ध्येय बनाना है, हर देश-वासी को बनाना है. हमारा हर प्रयास इसी दिशा में होना चाहिए, जिससे, सीमाओं की रक्षा के लिए देश की ताकत बढ़े, देश और अधिक सक्षम बने, देश आत्मनिर्भर बने, यही हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी.
लॉकडाउन से बाहर आया देश
पीएम मोदी ने कहा कि देश अब अब लॉकडाउन से बाहर आ चुका है और अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लेकिन इस दौरान लॉकडाउन से ज्यादा सतर्कता बरतनी है. मास्क पहनना और दो गज की दूरी बनाना बहुत जरूरी है. आप लापरवाही न बरतें. अपना भी ख्याल रखें और दूसरों का भी. मैं बार बार दोहराता हूं कि जरूरी सावधानी बरतें. लापरवाही न दिखाएं.
भारत नयी ऊँचाइयों को छुएगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी साल में, देश नये लक्ष्य प्राप्त करेगा, नयी उड़ान भरेगा, नयी ऊँचाइयों को छुएगा. मुझे, पूरा विश्वास, 130 करोड़ देशवासियों की शक्ति पर है, आप सब पर है, इस देश की महान परम्परा है.
चीन विवाद पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि लद्दाख में भारत की तरफ आंख उठाने वालों को करारा जवाब मिला है. भारत मित्रता निभाना जानता है तो आंख में आंख डालकर चुनौती देना भी जानता है. हमारे वीर सैनिकों ने दिखा दिया है कि वो कभी भी मां भारती के गौरव पर आंच नहीं आने देंगे. लद्दाख में शहीद हुए 20 जवानों के आगे पूरा देश नतमस्तक है. उनके शौर्य को पूरा देश याद रखेगा. उन्होंने बिहार के कर्नल संतोष बाबू के पिता जी का जिक्र कहा कि उनकी बातें कानों में गूंजती है. उन्होंने कहा कि हम अपने पोते को भी सेना में भेजने के लिए तैयार हैं.
भारत ने दुनियाभर की मदद की
पीएम मोदी ने कहा कि संकट चाहे कितना भी बड़ा हो भारत के संस्कार विश्वास देते हैं. भारत ने दुनियाभर की मदद की है. दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को महसूस किया है. दुनिया ने भारत की ताकत और प्रतिबद्धता को भी देखा है.
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गीत के जरिए कार्यक्रम की शुरुआत
पीएम मोदी ने कहा कि अभी, कुछ दिन पहले, देश के पूर्वी छोर पर तूफान अम्फान आया, तो पश्चिमी छोर पर साइक्लोन निसर्ग आया. कितने ही राज्यों में हमारे किसान भाई–बहन टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं और कुछ नहीं, तो देश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का ही नाम नहीं ले रहे. पीएम ने कहा- चुनौतियां आती हैं. एक साल में एक चुनौती आए या 50 चुनौती आए. इससे साल खराब नहीं होता. भारत का इतिहास चुनौतियों सो भरा रहा है. सैकड़ों आक्रांताओं ने देश पर हमला किया लेकिन इससे भारत और भी भव्य होकर सामने आया. उन्होंने गीत गाया- कलकल छलछल बहती क्या कहती गंगा धारा, सदियों से बहती यह पुण्य प्रताप हमारा..बोले कि संकटों से हमे आगे बढते रहना है.
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आज के संबोधन पर पूरे देश की नजर
पीएम मोदी के आज के कार्यक्रम पर सभी की नजरें लगी हुई हैं. दरअसल चीन और भारत के बीच चल रही तनानती से देश में ड्रैगन के खिलाफ विरोध तेज हो चला है. पीएम मोदी के इस संबोधन से लोगों को उम्मीद है कि वह एलएसी पर चल रही टेंशन का भी जिक्र अपने कार्यक्रम में कर सकते हैं. इसके अलावा पीएम कोरोना वायरस को लेकर चल रही तैयारियों का भी जिक्र अपने संबोधन में कर सकते हैं.
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घर बैठकर सुनें कार्यक्रम
आप भी घर बैठकर अपने मोबाइल और टीवी के जरिए प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुन सकते हैं. मन की बात कार्यक्रम को prabhatkhabar.com के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर सुन सकते हैं, इसके साथ ही पीएम के संबोधन से जुड़ी बड़ी बातें पढ़ भी सकते हैं. यह कार्यक्रम आकाशवाणी और दूरदर्शन के समूचे नेटवर्क तथा आकाशवाणी समाचार की वेबसाइट www.newsonair.com पर भी प्रसारित किया जाएगा. इसके अलावा आप पीएम मोदी के फेसबुक पेज और ट्वीटर पेज पर भी लाइव देख/सुन सकते हैं.
पिछली बार क्या बोले थे पीएम मोदी
गौरतलब है कि पिछले दो मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी देशवासियों से कोरोना संक्रमण पर संवाद कर चुके हैं. 31 मई को हुए मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपनी सुरक्षा का ध्यान रखने और एहतियात बरतने को कहा था. पीएम ने सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने और नियमित हाथ धोने की अपील की थी.
साल 2014 से मन की बात कर रहे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने लोगों से बात करने के लिए रेडियो पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरुआत की थी. पीएम मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को मन की बात करते हैं. आज 66वीं बार रेडियो कार्यक्रम के जरिए देश से मुखातिब होंगे.