PM modi Mann ki Baat : ‘मन की बात’ में बिहार-झारखंड के युवाओं का जिक्र, आत्मनिर्भर भारत, कोरोना, कारगिल की भी चर्चा
PM modi Mann ki Baat live: कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देश को संबोधित कर रहे हैं. कोरोना संकट के कारण लगे लॉकडाउन और अनलॉक के दौर में पीएम मोदी का यह पांचवां मन की बात कार्यक्रम है. मोदी के पिछले साल दूसरी बार पीएम बनने के बाद उनका यह 14वां और ओवरऑल यह 67वां 'मन की बात' कार्यक्रम है. पीएम ने करगिल के शूरवीरों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी वीरता की कहानियां पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेंगी. पढ़ें लाइव अपडेट्स
मुख्य बातें
PM modi Mann ki Baat live: कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देश को संबोधित कर रहे हैं. कोरोना संकट के कारण लगे लॉकडाउन और अनलॉक के दौर में पीएम मोदी का यह पांचवां मन की बात कार्यक्रम है. मोदी के पिछले साल दूसरी बार पीएम बनने के बाद उनका यह 14वां और ओवरऑल यह 67वां ‘मन की बात’ कार्यक्रम है. पीएम ने करगिल के शूरवीरों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी वीरता की कहानियां पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेंगी. पढ़ें लाइव अपडेट्स
लाइव अपडेट
अंत में सभी देशवासियों से अनुरोध
पीएम मोदी बोले- मेरे प्यारे देशवासियो, इस समय बारिश का मौसम भी है. पिछली बार भी मैंने आप से कहा था, कि, बरसात में गन्दगी और उनसे होने वाली बीमारी का खतरा बढ़ जाता है, अस्पतालों में भीड़ भी बढ़ जाती है, इसलिए, आप, साफ़-सफ़ाई पर बहुत ज्यादा ध्यान दें. अपने कर्तव्यों के पालन का संकल्प लें.इम्यूनिटी बढ़ाने वाली चीजें, आयुर्वेदिक काढ़ा वगैरह लेते रहें. कोरोना संक्रमण के समय में, हम, अन्य बीमारियों से दूर रहें. हमें, अस्पताल के चक्कर न लगाने पड़ें, इसका पूरा ख्याल रखना होगा.मेरा, अपने युवाओं से, सभी देशवासियों से अनुरोध है कि हम स्वतंत्रता दिवस पर महामारी से आजादी का संकल्प लें. आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लें. कुछ नया सीखने और सिखाने का संकल्प लें. आप सभी को आने वाले सभी पर्वों के लिए शुभकामनाएं.
वेद मंत्रों का पाठ
पीएम मोदी बोले- सात समुन्द्र पार, भारत से हजारों मील दूर एक छोटा सा देश है जिसका नाम है सूरीनाम. आज, सूरीनाम में एक चौथाई से अधिक लोग भारतीय मूल के हैं. क्या आप जानते हैं, वहां की आम भाषाओं में से एक ‘सरनामी’ भी, ‘भोजपुरी’ की ही एक बोली है. हाल ही में श्री चन्द्रिका प्रसाद संतोखी, सूरीनाम के नये राष्ट्रपति बने हैं, उन्होंने 2018 में आयोजित पीआईओ में हिस्सा लिया था. उन्होंने शपथ से पहले वेद मंत्रों का पाठ किया. मैं श्री चंद्रिका प्रसाद संतोखी को बधाई देता हूँ.
पीएम मोदी ने की टॉपरों से बात
प्रधानमंत्री मोदी ने बोर्ड परीक्षा में अच्छे नंबर लानेवाली हरियाणा की कृतिका नांदल से बात की. इसके बाद मोदी ने केरल के विनायक से बात की. उनसे पीएम मोदी ने पूछा कि हाउज इज द जोश. विनायक ने कहा हाई सर. फिर पीएम मोदी ने यूपी के उस्मान सैफी से भी बात की. सैफी ने बताया कि वह अपने रिजल्ट से खुश हैं. पीएम मोदी ने वैदिक गणित के बारे में बताया.
रक्षाबंधन को अलग तरीके से मनाने का अभियान
पीएम मोदी बोले- साथियों, अभी कुछ दिन बाद रक्षाबंधन का पावन पर्व आ रहा है. मैं, इन दिनों देख रहा हूँ कि कई लोग और संस्थायें इस बार रक्षाबंधन को अलग तरीके से मनाने का अभियान चला रहें हैं. कई लोग इसे वोकल फॉर लोकल से भी जोड़ रहे हैं, और बात भी सही है. उन्होंने कहा सात अगस्त को नेशनल हैंडलूम डे है. भारत का हैंडलूम , हमारा हैंडक्राफ्ट अपने आप में सैकड़ो वर्षों का गौरवमयी इतिहास समेटे हुए है. सभी से हैंडलूम उत्पाद खरीदने की अपील की.
उत्पाद को लेकर काफी इनोवेशन
लद्दाख में एक विशिष्ट फल होता है जिसका नाम चूली या एपरीकोट यानी खुबानी है. दूसरी ओर कच्छ में किसान ड्रैगन फ्रूट्स की खेती के लिए सराहनीय प्रयास कर रहे हैं. आज कई किसान इस कार्य में जुटे हैं. फल की गुणवत्ता और कम ज़मीन में ज्यादा उत्पाद को लेकर काफी इनोवेशन किये जा रहे हैं.
बिहार- झारखंड का जिक्र
पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का चर्चा करते हुए बिहार- झारखंड का जिक्र किया. कहा कि झारखंड में 30 से ज्यादा समूह लेमन ग्रास की खेती कर रहे हैं और लोगों के बीच बढ़ावा भी दे रहे हैं. लेमन ग्रास के तेल से कमाई कर रहे हैं. मोदी ने कहा कि बिहार की मधुबनी पेंटिंग वाले मास्क मशहूर हो रहे हैं. बिहार के कुछ युवा पहले सामान्य नौकरी करते थे. फिर वे मोती की खेती करने लगे. वे इससे अब काफी कमाई कर रहे. पीएम मोदी ने उन बांस की बोतलों, टिफिन बॉक्स का जिक्र किया जिन्हें नॉर्थ ईस्ट के लोग बना रहे हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों ने देश को दिशा दिखाई
पीएम मोदी बोले कि कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्रों ने देश को दिशा दिखाई. पंचायतों ने काफी अच्छे प्रयास किया. जम्मू की सरपंच बलबीर कौर ने 30 बेड का एक कोरेंटिन सेंटर बनवाया. बलबीर ने खुद पूरी पंचायत में सैनिटाइजेशन का काम किया. जेतूना बेगम ने अपनी पंचायत में कोरोना से जंग के साथ रोजगार के अवसर पैदा किए. फ्री मास्क, फ्री राशन बांटा. अनंतगान में मोहम्मद इकबाल ने सैनिटाइजेशन के लिए खुद ही स्प्रेयर मशीन बना ली. यह मशीन छह लाख की थी जो उन्होंने सिर्फ 50 हजार में बना ली.
कोरोना के कारण नये प्रयोग
कोरोना पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा- मैं, आप से आग्रह करूंगा जब भी आपको मास्क के कारण परेशानी अनुभव होती हो, मन करता हो उतार देना है, तो, पल-भर के लिए उन डॉकटर्स का स्मरण कीजिये, उन नर्सों का स्मरण कीजिये, हमारे उन कोरोना वारियर्स का स्मरण कीजिये. सकारात्मक अप्रॉच से हमेशा आपदा को अवसर में, विपत्ति को विकास में बदलने में मदद मिलती है. हम कोरोना के समय भी देख रहे हैं, कि कैसे देश के युवाओं-महिलाओं ने टैलेंट और स्किल के दम पर कुछ नये प्रयोग शुरू किये हैं:
कोरोना पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से पूरे देश ने एकजुट होकर जिस तरह कोरोना से मुकाबला किया है, उसने अनेक आशंकाओं को गलत साबित कर दिया है. आज हमारे देश में रिकवरी रेट अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है, साथ ही, हमारे देश में कोरोना से मृत्यु-दर भी दुनिया के ज्यादातर देशों से काफी कम है.कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. हमें बहुत ही ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. चेहरे पर मास्क लगाना या गमछे का उपयोग करना, दो गज की दूरी, लगातार हाथ धोना, कहीं पर भी थूकना नहीं, साफ़ सफाई का पूरा ध्यान रखना - यही हमारे हथियार हैं जो हमें कोरोना से बचा सकते हैं.
ऐसा कभी न करें
'मन की बात' में पीएम मोदी ने कहा युद्ध की परिस्थिति में, हम जो बात कहते हैं, करते हैं, उसका सीमा पर डटे सैनिक के मनोबल पर उसके परिवार के मनोबल पर बहुत गहरा असर पड़ता है. ये बात हमें कभी भूलनी नहीं चाहिए. कभी-कभी हम इस बात को समझे बिना सोशल मीडिया पर ऐसी चीजों को बढ़ावा दे देते हैं जो हमारे देश का बहुत नुकसान करती हैं. कभी-कभी जिज्ञासा वश फॉरवर्ड करते रहते हैं. पता है गलत है ये लेकिन करते रहते हैं. आजकल, युद्ध, केवल सीमाओं पर ही नहीं लड़े जाते हैं, देश में भी कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा जाता है, और, हर एक देशवासी को उसमें अपनी भूमिका तय करनी होती है.
कारगिल युद्ध के समय अटल जीने कहा था..
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों, कारगिल युद्ध के समय अटल जी ने लालकिले से जो कहा था, वो, आज भी हम सभी के लिए बहुत प्रासंगिक है.अटल जी ने कहा था कि कारगिल युद्ध ने, हमें एक दूसरा मंत्र दिया है- ये मंत्र था, कि, कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले, हम ये सोचें, कि, क्या हमारा ये कदम, उस सैनिक के सम्मान के अनुरूप है जिसने उन दुर्गम पहाड़ियों में अपने प्राणों की आहुति दी थी. साथियों, मैं आपसे आग्रह करता हूं www.gallantryawards.gov.in वेबसाइट पर आप ज़रूर विजिट करें, वहां आपको, हमारे वीर पराक्रमी योद्धाओं और उनके पराक्रम के बारे में बहुत सारी जानकारियां प्राप्त होंगी.
देश के नौजवानों से आग्रह
पीएम मोदी ने कहा कि साथियो, उस समय, मुझे भी कारगिल जाने और हमारे जवानों की वीरता के दर्शन का सौभाग्य मिला, वो दिन, मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है. मेरा, देश के नौजवानों से आग्रह है, कि आज दिन-भर कारगिल विजय से जुड़े हमारे जाबाजों की कहानियां वीर-माताओं के त्याग के बारे में, एक-दूसरे को बताएं. पराक्रम की कहानी दोस्तों के बीच साझा करें.
भारत कभी नहीं भूल सकता
पीएम मोदी ने कहा कि कारगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ था, वो भारत कभी नहीं भूल सकता. पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मनसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहाँ चल रहे आन्तरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया . आप कल्पना कर सकते हैं–ऊचें पहाडों पर बैठा हुआ दुश्मन और नीचे से लड़ रही हमारी सेना, हमारे वीर जवान लेकिन जीत पहाड़ की ऊँचाई की नहीं,भारत की सेनाओं के ऊँचे हौंसले और सच्ची वीरता की हुई.
आज का दिन बहुत खास
आज 26 जुलाई है, आज का दिन बहुत खास है. आज ‘कारगिल विजय दिवस’ है. 21 साल पहले आज के ही दिन कारगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था:
यहां सुनें लाइव
कहां कहां सुन सकते हैं
पीएम मोदी इस कार्यक्रम के जरिए लोगों के साथ संवाद करते हैं. इस कार्यक्रम का प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और नरेन्द्र मोदी मोबाइल ऐप पर किया जाएगा. इस बात की जानकारी पीएम मोदी ने स्वयं ट्वीट करके दी है. गौरतलब है कि 'मन की बात' कार्यक्रम हर माह के अंतिम रविवार को होता है.
इस बार क्या बोल सकते हैं
पीएम मोदी इस बार 'मन की बात' में कोरोना के अलावा राम मंदिर के विषय पर भी बात कर सकते हैं. बता दें कि आगामी पांच अगस्त को पीएम मोदी अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास करेंगे. इसके अलावा वो रक्षाबंधन के पावन त्यौहार को लेकर देशवासियों को शुभकामनाएं देने के अलावा, सोशल डिस्टेंसिंग को बरकरार रखने की हिदायत भी दे सकते हैं.
पिछली बार क्या बोले थे पीएम मोदी
इससे पहले पीएम मोदी ने 28 जून को 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए लोगों को संबोधित किया था. इस दौरान पीएम ने चीनी घुसपैठ, लॉकडाउन, अनलॉक-1 का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि भारत की तरफ आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है. अगर भारत दोस्ती निभाना जानता है तो आंख में आंख डालकर उचित जवाब देना भी जानता है.
पीएम मोदी ने मांगे थे सुझाव
पीएम मोदी ने 11 जुलाई को किए एक ट्वीट में कहा था कि जो भी इस मन की बात के लिए कोई सलाह देना चाहते हैं तो विभिन्न माध्यमों से दे सकते हैं. कहा था- 'मुझे यकीन है कि आप इस बारे में जानते होंगे कि कैसे सामूहिक प्रयास प्रेरणादायक बदलाव हुए और कैसे सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं. बेशक आप उन पहलुओं से भी परिचित होंगे जिन्होंने लोगों की जिन्दगी में बदलाव किए हैं, कृपया आप उन्हें इस महीने की 26 तारीख को होने वाले मन की बात के लिए साझा करें.
Posted By: Utpal kant