संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान सामने आया है. मामले को लेकर संसद में जारी घमासान के बीच उन्होंने कहा है कि संसद में हुई घटना चिंताजनक है. इसकी गहराई से जांच जरूरी है. आपको बता दें कि संसद में चूक की घटना 13 दिसंबर को देखने को मिली थी. जहां पीएम मोदी ने संसद की सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे ”गंभीर” मामला बताया है. वहीं उन्होंने राजनीतिक दलों से इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने से परहेज करने का भी आग्रह किया है क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है. पीएम मोदी ने ये टिप्पणी एक अखबार को दिए इंटरव्यू में की है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंटरव्यू में कहा कि संसद में जो पिछले दिनों घटना हुई, उसकी गंभीरता को जरा भी कम नहीं आंकना चाहिए. इसलिए लोकसभा स्पीकर पूरी गंभीरता के साथ जरूरी कदम उठा रहे हैं. जांच एजेंसियां सख्ती से जांच में लगी हुई है. इस घटना के पीछे कौन-से तत्व हैं और उनके मंसूबे क्या हैं ? इन बातों की गहराई में जाना बहुत ही जरूरी है. एक साथ समाधान के रास्ते भी खोजने की जरूरत है. ऐसे विषयों पर वाद-विवाद या प्रतिरोध से हम सभी को बचना चाहिए.
क्या कहा था कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने
इससे पहले मामले को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरा था जिसपर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी थी. बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी की बड़ी हार के बाद उन्हें समझदारी से बात करने की जरूरत है, लेकिन वह हर मुद्दे का राजनीतिकरण करते नजर आ जाते हैं. गौर हो कि, राहुल गांधी ने दावा किया कि बुधवार को संसद में सुरक्षा चूक की घटना के पीछे बेरोजगारी और बढ़ती कीमतें थीं.
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संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में छठी गिरफ्तारी
आपको बता दें कि तेरह दिसंबर की दोपहर को दो लोग पीला धुआं छोड़ने वाले ‘कैन’ के साथ दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष के अंदर कूद गए थे. इसके बाद वहां अफरा तफरी मच गई थी हालांकि शून्यकाल के दौरान सदन में मौजूद सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया था. मामले के ताजा अपडेट की बात करें तो संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में छठी गिरफ्तारी राजस्थान के नागौर से महेश कुमावत की हुई है, जो कथित तौर पर साजिश रचने में शामिल था. वह पिछले दो वर्षों से अन्य आरोपियों के संपर्क में था और सबूत मिटाने के लिए उनके मोबाइल फोन नष्ट कर दिए थे.
Lok Sabha Speaker Om Birla writes to all the MPs over Parliament security breach matter.
The letter reads, "…A high-level inquiry committee has been constituted for an in-depth investigation of the incident…I have also constituted a High Powered Committee which will review… pic.twitter.com/hYnhuDIEqD
— ANI (@ANI) December 16, 2023
ओम बिरला ने सांसदों को पत्र लिखकर किया सूचित
इधर, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को उन दावों को खारिज कर दिया कि विपक्षी दलों के 13 सदस्यों का निलंबन हालिया सुरक्षा चूक पर उनके विरोध प्रदर्शन से जुड़ा था. विपक्षी दलों के विरोध के कारण संसद की कार्यवाही बाधित हो रही है जिसपर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने सभी सांसदों को पत्र लिखा और सूचित किया कि उन्होंने संसद परिसर में सुरक्षा के सभी पहलुओं की समीक्षा करने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकना सुनिश्चित करने के लिए एक ठोस कार्य योजना बनाने के संबंध में ‘‘उच्चाधिकार प्राप्त समिति’’ का गठन किया है.