धन्यवाद भाषण के बहाने पीएम मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना, इन 10 मौकों पर थपथपाई गईं संसद में मेज

pm narendra modi , parliament updates : राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई ऐसी बातें कही जिसका समर्थन करते हुए सांसदों ने मेज थपथपाई. आइए हम पीएम मोदी के धन्यवाद प्रस्ताव की खास बातों के बारे में आपको बताते हैं...

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2021 1:08 PM

राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई ऐसी बातें कही जिसका समर्थन करते हुए सांसदों ने मेज थपथपाई. आइए हम पीएम मोदी के धन्यवाद प्रस्ताव की खास बातों के बारे में आपको बताते हैं…

1. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसानों से अपना आंदोलन समाप्त कर कृषि सुधारों को एक मौका देने का आग्रह किया और कहा कि यह समय खेती को ‘‘खुशहाल” बनाने का है और देश को इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.

2. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब देश में सुधार होते हैं तो उसका विरोध किया जाता है. जब देश में हरित क्रांति आई थी उस समय भी कृषि क्षेत्र में किए गए सुधारों का विरोध हुआ था.

3. कोरोना वायरस को लेकर विश्व ने भारत के संबंध में कई आशंकाएं जतायी थीं और कहा गया था कि यहां करोड़ों लोग फंस जाएंगे, लाखों लोग मर जाएंगे. आज, विश्व मानवता की रक्षा के लिए भारत द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना कर रहा है, इसका श्रेय भारत को जाता है और हमें इस पर गर्व होना चाहिए.

4. धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेने वक्ताओं का धन्यवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने अभिभाषण का बहिष्कार करने पर विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अच्छा होता, राष्ट्रपति जी का भाषण सुनने के लिए सब होते… तो लोकतंत्र की गरिमा और बढ़ जाती.

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5. पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में ताकत इतनी थी कि न सुनने के बावजूद भी विपक्षी सदस्य सदन में ‘‘बहुत कुछ” बोल पा रहे थे. यह अपने आप में उनके भाषण की ताकत है, उन विचारों की ताकत है, उन आदर्शों की ताकत है जो न सुनने के बाद भी पहुंच गई.

6. प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में कहा कि भारत का लोकतंत्र पश्चिमी संस्था नहीं है, यह मानव संस्था है. भारत का राष्ट्रवाद न तो संकीर्ण है, न ही आत्म-केंद्रित है, और न ही आक्रामक है. कोरोना काल में भारत में रिकॉर्ड निवेश हुआ , दुनिया में निराशा के माहौल के बीच देश में दोहरे अंक में वृद्धि होने की उम्मीद है.

7. प्रधानमंत्री मोदी ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकी शिविरों पर किए गए हवाई हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया ने सर्जिकल हमलों के दौरान भारत की क्षमता देखी है. भारतीय सेनाओं ने सीमा पर दुस्साहस का उचित जवाब दिया है.

8.पीएम मोदी ने कहा कि ऋण माफी से छोटे किसानों को फायदा नहीं होता क्योंकि ऋण लेने के लिए उनके पास बैंक खाते नहीं हैं. फसल बीमा योजना के तहत 90,000 करोड़ रुपए के दावों का निपटान किया गया; यह राशि ऋण माफी से अधिक है. पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 1.15 लाख करोड़ रुपए किसानों के खातों में दिए गए.

9. पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार, कांग्रेस पार्टी ने कृषि सुधारों का समर्थन किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि उत्पादों की बिक्री से संबंधित बाधाओं को दूर करने की जरूरत को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उद्धृत किया. उन्होंने कहा कि रिकार्ड उत्पादन के बावजूद कृषि क्षेत्रों में समस्याएं बनी हुयी हैं और उनका समाधान मिलकर खोजना होगा. कृषि सुधारों को एक अवसर देना चाहिए, बदलाव के लिए हम तैयार हैं.

10. पीएम मोदी ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) जारी रहेगा, यही स्थिति पीडीएस की रहेगी. देश को प्रत्येक सिख पर गर्व है, उनके लिए कुछ लोगों द्वारा प्रयुक्त भाषा से देश का भला नहीं होगा. ‘आंदोलन जीवी” की पहचान करने की जरूरत है जो परजीवी हैं. हमें नयी एफडीआई (विदेशी विनाशकारी विचारधारा) से सावधान रहना होगा.

Posted By : Amitabh Kumar

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