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PM Modi ने पेश की नये भारत के विकास की रूपरेखा, चीन-पाक पर साधा निशाना, भाषण की खास बातें यहां पढ़ें

75th Independence Day Celebration|PM Narendra Modi Speech|प्रधानमंत्री ने देश के विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की, तो विस्तारवाद की नीति के लिए चीन और आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 15, 2021 6:23 PM

75th Independence Day Celebration|PM Narendra Modi Speech| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर कहा कि आने वाले 25 वर्ष ‘भारत के सृजन का अमृत काल’ है. पीएम मोदी ने 100 लाख करोड़ रुपये की ‘गतिशक्ति योजना’, देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए ‘ग्रीन हाइड्रोज़न मिशन’ और अगले 75 सप्ताह में 75 वंदे भारत रेल गाड़ियां चलाने के साथ ही सभी सैनिक स्कूलों के दरवाजे लड़कियों के लिए खोले जाने की घोषणा की.

आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करने के मौके पर तिरंगा फहराने के बाद लाल किला की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस पर अपने आठवें संबोधन में प्रधानमंत्री ने इन घोषणाओं के जरिए देश के विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की, तो विस्तारवाद की नीति के लिए चीन और आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया. नागरिकों से समय के साथ खुद को बदलने का आग्रह करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भरोसा भी जताया कि 21वीं सदी में भारत के सपनों को पूरा होने से कोई बाधा नहीं रोक सकती.

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत के 100वें स्वाधीनता दिवस पर देश को आत्मनिर्भर बनाने सहित अन्य तय लक्ष्यों को वह प्राप्त करे. उन्होंने कहा कि राष्ट्र के सभी स्वप्नों को साकार करने के लिए ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ चाहिए. लाल रंग की धारियों वाला केसरिया साफा और पारंपरिक कुर्ते व चूड़ीदार पायजामे के ऊपर नीले रंग का जैकेट पहने प्रधानमंत्री ने एक कविता के माध्यम से देशवासियों का आह्वान किया कि भारत के भाग्य को फहरा दो

यही समय है, सही समय है

यही समय है, सही समय है,

भारत का अनमोल समय है.

असंख्य भुजाओं की शक्ति है,

हर तरफ देश की भक्ति है,

तुम उठो तिरंगा लहरा दो,

भारत के भाग्य को फहरा दो.

प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना: 100 लाख करोड़ का होगा निवेश

प्रधानमंत्री ने लगभग डेढ़ घंटे के अपने संबोधन के दौरान देश के विकास में आधुनिक बुनियादी ढांचा पर जोर दिया. कहा कि जल्द ही प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना शुरू की जायेगी. इसके तहत 100 लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनाएं रोजगार के अवसर पैदा करेंगी. प्रधानमंत्री गतिशक्ति राष्ट्रीय योजना औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और यातायात की व्यवस्था को दुरुस्त करने वाली होगी. उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के 100 साल पूरे होने से पहले भारत को ऊर्जा के मामले में आत्मिनर्भर बनायेंगे.

उन्होंने कहा, ‘भारत को आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ ढांचागत क्षेत्र के लिए एक समग्र रुख की जरूरत है. इस दिशा में जल्दी ही गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान योजना शुरू की जायेगी.’ विकास को नयी गति देने का संकेत देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि अब हमें पूर्णता की तरफ जाना है.

हरित हाइड्रोजन का सबसे बड़ा निर्यातक बनेगा भारत

पीएम मोदी ने भारत को हरित हाइड्रोजन का वैश्विक केंद्र और इसका सबसे बड़ा निर्यातक बनाने के मकसद से राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन की स्थापना की घोषणा की.

विस्तारवाद और आतंकवाद पर बोला हमला

चीन को उसकी विस्तारवाद और पाकिस्तान को उसकी आतंकवाद की नीति के लिए पीएम मोदी ने आड़े हाथों लिया. चीन और पाकिस्तान का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा, ‘आज दुनिया भारत को एक नयी दृष्टि से देख रही है और इस दृष्टि के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं. एक आतंकवाद और दूसरा विस्तारवाद. भारत इन दोनों ही चुनौतियों से लड़ रहा है और सधे हुए तरीके से बड़े हिम्मत के साथ जवाब भी दे रहा है.’

उन्होंने कहा कि भारत आज अपना लड़ाकू विमान, पनडुब्बी और गगनयान भी बना रहा है. यह स्वदेशी उत्पादन में भारत के सामर्थ्य को उजागर करता है. उन्होंने सैन्य बलों को और मजबूत बनाने का संकल्प दोहराया. वर्ष 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक का उल्लेख करते हुए कहा कि यह देश के शत्रुओं को स्पष्ट संदेश है कि भारत अपनी रक्षा में कठोर फैसले भी ले सकता है.

एकजुटता हमारी ताकत

पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई भी बाधा रोक नहीं सकती. हमारी ताकत हमारी जीवटता है, हमारी ताकत हमारी एकजुटता है. हमारी प्राण शक्ति, राष्ट्र प्रथम सदैव प्रथम की भावना है.

जम्मू-कश्मीर में जल्द होंगे चुनाव

सभी के सामर्थ्य को उचित अवसर देने को लोकतंत्र की असली भावना करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में परिसीमन आयोग का गठन हो चुका है और वहां विधानसभा चुनाव की तैयार चल रही है. उन्होंने विश्वास जताया कि हिमालयी, तटीय और आदिवासी क्षेत्र भविष्य में भारत के विकास का ‘बड़ा आधार’ बनेंगे. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भारत को नयी ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए भारत के सामर्थ्य का सही और पूरा इस्तेमाल जरूरी है और इसके लिए जो वर्ग या क्षेत्र पीछे छूट गये हैं, उन्हें आगे बढ़ाना ही होगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जम्मू हो या कश्मीर, विकास का संतुलन अब जमीन पर दिख रहा है. जम्मू कश्मीर में परिसीमन आयोग का गठन हो चुका है और भविष्य में विधानसभा चुनावों के लिए भी तैयारी चल रही है. लद्दाख भी विकास की अपनी असीम संभावनाओं की तरफ आगे बढ़ चला है. एक तरफ लद्दाख आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण होते देख रहा है, तो दूसरी तरफ ‘सिंधु केंद्रीय विश्वविद्यालय’ लद्दाख को उच्च शिक्षा का केंद्र भी बनाने जा रहा है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के जिन जिलों के लिए यह माना गया था कि वह पीछे रह गये, उनकी सरकार ने उनकी आकांक्षाओं को जगाया है. देश में 110 से अधिक आकांक्षी जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सड़क और रोजगार से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है. इनमें से अनेक जिले आदिवासी अंचल में हैं. उन्होंने कहा कि सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, वह अब पोषणयुक्त चावल देगी.

छोटे किसान बनें भारत की शान

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका सपना है कि देश के छोटे किसान भारत की शान बनें और केंद्र सरकार इसे ही ध्यान में रखकर कृषि सुधारों की दिशा में कदम बढ़ा रही है. उन्होंने कहा, ‘छोटा किसान बने देश की शान, यह हमारा सपना है. आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा. उन्हें नयी सुविधाएं देनी होंगी.’

छोटे किसानों के लिए बन रही योजनाएं

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के 80 प्रतिशत से ज्यादा किसान ऐसे हैं, जिनके पास दो हेक्टेयर से भी कम जमीन है. देश में पहले जो नीतियां बनीं, उनमें इन छोटे किसानों पर जितना ध्यान केंद्रित करना था, वह नहीं किया गया. अब इन्हीं छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिये जा रहे हैं.

भारत के सृजन का अमृतकाल

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश आज से अपनी आजादी के 75वें साल में प्रवेश कर रहा है. यहां से आजादी के 100 वर्षों तक का सफर ‘भारत के सृजन का अमृतकाल’ है. उन्होंने कहा कि भारत का यह संकल्प सुरक्षित और समृद्ध विश्व की खातिर प्रभावी योगदान के लिए है. उन्होंने कहा कि हर देश की विकास यात्रा में एक समय ऐसा आता है, जब वह देश खुद को नये सिरे से परिभाषित करता है और खुद को नये संकल्पों के साथ आगे बढ़ाता है. भारत की विकास यात्रा में भी आज वो समय आ गया है.

कोरोना महामारी में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जिन लोगों ने इस महामारी में अपनी जान गंवायी, वह भी वंदन के अधिकारी हैं. टोक्यो ओलिंपिक में भारत के शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्होंने अपने मंच से तालियां बजायीं और कहा कि यह भारत के खेलों और युवा पीढ़ी का सम्मान है.

दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान पर भारत को गर्व

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को दुनिया में अपने सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम पर गर्व है और 54 करोड़ से अधिक लोग पहले ही कोविड-19 के टीके लगवा चुके हैं. प्रधानमंत्री ने देश में टीका निर्माण में शामिल लोगों की भी सराहना की और कहा कि भारत को कोरोना वायरस रोधी टीकों के लिए बाहरी दुनिया पर निर्भर नहीं होना पड़ा. उन्होंने वैश्विक महामारी से निबटने में चिकित्सकों, नर्सों और पराचिकित्सकों के योगदान की भी सराहना की.

कोरोना काल में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन

महामारी के दौरान 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मुहैया कराने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसने दुनिया को हैरान कर दिया है और यह चर्चा का विषय बन गया है. पीएम मोदी ने गांवों और शहरों में जीवन के अंतर को पाटने के लिए कदम उठाने का भी आह्वान किया.

75वें स्वतंत्रता दिवस के आकर्षण

  • लाल किला पर केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सभी सदस्य, विभिन्न दलों के नेता और विदेशी राजनयिकों सहित केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

  • टोक्यो ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले भारतीय दल के प्रतिनिधियों की उपस्थित आकर्षण का केंद्र थी. प्रधानमंत्री ने उन्हें विशेष तौर पर आमंत्रित किया था.

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीके भाषण से पहले हेलीकॉप्टर से आयोजन स्थल पर पुष्प वर्षा की गयी.

Posted By: Mithilesh Jha

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