PM Modi: ‘एक अकेला कितनों को भारी पड़ रहा है’, राज्यसभा में सीना ठोककर बोले पीएम मोदी, देखें VIDEO
पीएम मोदी ने राज्य सभा में विपक्ष पर ताजा हमला करते हुए सीना ठोककर कहा कि एक अकेला कई लोगों पर भारी पड़ रहा है. अपने 85 मिनट के संबोधन में पीएम मोदी ने नेहरू-गांधी फैमली, बेरोजगारी और अनुच्छेद 356 जैसे कई मुद्दे उठाये.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी उच्च सदन में पूरे फॉर्म में नजर आये.
एक अकेला कई लोगों पर भारी: मोदी
पीएम मोदी ने राज्य सभा में विपक्ष पर ताजा हमला करते हुए सीना ठोककर कहा कि एक अकेला कई लोगों पर भारी पड़ रहा है. अपने 85 मिनट के संबोधन में पीएम मोदी ने नेहरू-गांधी फैमली, बेरोजगारी और अनुच्छेद 356 जैसे कई मुद्दे उठाये. उन्होंने कहा, राष्ट्र देख रहा है कि कैसे एक व्यक्ति बहुतों का डटकर सामना कर रहा है. विपक्षी दलों के पास पर्याप्त नारे नहीं हैं और उन्हें अपने नारे बदलने होंगे.
जितना कीचड़ उछालोगे, कमल उतना ही खिलेगा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अदाणी समूह से जुड़े मामलों पर विपक्षी दलों के आरोपों के बीच कहा कि उनके ऊपर जितना कीचड़ उछाला जाएगा, कमल उतना ही खिलेगा. प्रधानमंत्री ने जैसे ही जवाब देना आरंभ किया वैसे ही कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्य आसन के निकट आ गए और नारेबाजी करने लगे.
कुछ लोगों की वाणी ना सिर्फ सदन को बल्कि देश को निराश करने वाली रही है
सदस्यों की नारेबाजी के बीच मोदी ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने महत्वपूर्ण सदन में कुछ लोगों का व्यवहार, कुछ लोगों की वाणी ना सिर्फ सदन को बल्कि देश को निराश करने वाली रही है. इस प्रकार की प्रवृत्ति के सदस्यों को मैं यही कहूंगा…कीचड़ उसके पास था, मेरे पास गुलाल. जो भी जिसके पास था, उसने दिया उछाल… अच्छा ही है. जितना कीचड़ उछालोगे, कमल उतना ही ज्यादा खिलेगा.
60 साल में कांग्रेस के परिवार ने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए
मोदी ने कहा कि जब 2014 में वह देश के प्रधानमंत्री बने तो उन्हें नजर आया कि 60 साल में कांग्रेस के परिवार ने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए हैं. उन्होंने कहा, हो सकता है कि उनका इरादा नेक होगा, लेकिन उन्होंने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए हैं. जब वह गड्ढे खोद रहे थे… छह-छह दशक बर्बाद कर दिए थे उस समय दुनिया के छोटे-छोटे देश भी सफलता के शिखरों को छू रहे थे… आगे बढ़ रहे थे.
अदाणी मामले को लेकर नारेबाजी कर रहे थे विपक्षी दल के नेता
प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्षी सदस्य अदाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित किए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे.