प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में मंगलवार को देशवासियों को बार-बार ‘परिवारजन’ कहकर संबोधित किया. प्रधानमंत्री मोदी और उनसे पहले के प्रधानमंत्री भी अब तक लाल किले से जनता को आम तौर पर ‘मेरे प्रिय देशवासियों’ कह कर संबोधित करते रहे हैं. इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कई बार ‘मेरे प्यारे परिवारजनों’ और ‘मेरे प्रिय परिवारजनों’ कहा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि इतना बड़ा देश, 140 करोड़ मेरे भाई-बहन, मेरे परिवारजन… आज आजादी का पर्व मना रहे हैं. मैं देश के कोटि-कोटि जनों को, देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, भारत का सम्मान करने वाले कोटि-कोटि जनों को इस महान पर्व की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं. प्रधानमंत्री ने ‘परिवारजन’ के साथ ही देशवासियों शब्द का भी उपयोग किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में पिछले कुछ से जारी हिंसा का उल्लेख करते हुए मंगलवार को कहा कि वहां मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ है. उन्होंने मणिपुर के लोगों से शांति की अपील करते हुए कहा कि पूरा देश मणिपुर के साथ है और शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा.
लाल किले की प्राचीर से 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर में और हिंदुस्तान के भी कुछ अन्य भागों में… लेकिन विशेषकर मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला…कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा। मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ. मोदी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से वहां से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि पूरा देश मणिपुर के लोगों के साथ है. मणिपुर के लोगों ने पिछले कुछ दिनों से जो शांति बनाए रखी है, उस शांति के पर्व को बनाएं रखें. प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा. उन्होंने कहा कि राज्य व केंद्र की सरकारें मिलकर वहां समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही हैं और आगे भी करती रहेंगी.