राम राज्य का अर्थ है सबको विकास के समान अवसर देना और हमारी सरकार ने वही किया : नरेंद्र मोदी
प्रभु श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम थे और उन्होंने इस बात को स्थापित किया कि सामाजिक जीवन कैसे जीना है और देश का शासन कैसे चलाना है.
आज पूरा देश राममय है, उनकी भक्ति में सराबोर है, क्योंकि 22 जनवरी को अयोध्या में बहुप्रतीक्षित राममंदिर बनने जा रहा है. ऐसे माहौल में हमारे लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि प्रभु श्रीराम का जीवन भक्ति के दायरे से कहीं ज्यादा है. प्रभु श्री राम शासन चलाने के उदाहरण थे. वे सुशासन के ऐसे प्रतीक थे, जो आज भी संस्थाओं के लिए प्रेरणा हैं, उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आंध्र प्रदेश के पलासमुद्रम में कही.
प्रभु श्री राम ने सामाजिक जीवन की सीख दी
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रभु श्री राम ने इस बात की सीख दी है कि सामाजिक जीवन कैसे जीना है और देश का शासन कैसे चलाना है. वे मर्यादा पुरुषोत्तम थे और उन्होंने इस बात को स्थापित किया है. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि देश में पुरानी सरकारों ने प्रोजेक्ट्स को अटकाने का किया, जिससे देश के साथ-साथ आम नागरिकों का भी नुकसान हुआ. लेकिन आज परिस्थिति बदल चुकी है. बीते 10 वर्षों में हमारी सरकार ने लागत का ध्यान रखा है और योजनाओं को समय पर पूरा करने पर जोर दिया है.
हाशिए के लोगों को सशक्त किया
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार ने गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं को केंद्र में रखकर योजनाएं बनाईं जिसकी वजह से हाशिए पर पड़ा यह वर्ग सशक्त हुआ. हमने इन लोगों को ध्यान में रखकर ही योजनाएं बनाईं और उन्हें कार्यान्वित कराया.
25 करोड़ गरीबी घटे
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी योजनाओं का लाभ यह हुआ कि नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 9 वर्षों के दौरान करीब 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं. यह ऐतिहासिक है, क्योंकि पुरानी सरकारों ने सिर्फ गरीबी हटाओ का नारा दिया, हमने उसे करके दिखाया है. गौरतलब है कि पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर आंध्रप्रदेश पहुंचे हैं. अपने इस दौरे के दौरान वे केरल भी जाएंगे. आंध्रप्रदेश के वीरभद्र मंदिर में उन्होंने राम-राम का जाप भी किया.
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