Vande Bharat: पीएम मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, जानें रूट और खासियत

नई जनरेशन की वंदे भारत एक्सप्रेस तकनीकी से लैस है. गांधीनगर-मुंबई के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में कवच प्रणाली लगाया गया है. रेल मंत्रालय के अनुसार, इस कवच प्रणाली से ट्रेन की दुर्घटनाओं को कम किया जा सकेगा.

By Piyush Pandey | September 30, 2022 10:52 AM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे का आज दूसरा दिन है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर स्टेशन पर गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इसके बाद पीएम मोदी गांधीनगर से कालूपुर रेलवे स्टेशन तक ट्रेन में यात्रा भी करेंगे. बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है. वंदे भारत एक्सप्रेस की नई जनरेशन ट्रोनों की संख्या अगले 3 वर्षों में 400 तक की जानी है.


दो राज्यों के बीच चलेगी वंदे भारत

वंदे भारत एक्सप्रेस गुजरात और महाराष्ट्र की राजधानियों के बीच चलेगी. रेलवे प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएम मोदी गांधीनगर के कैपिटल स्टेशन से वंदे भारत हरी झंडी दिखाया. प्रवक्ता के अनुसार, नई जनरेशन की वंदे भारत एक्सप्रेस तकनीकी से लैस है. गांधीनगर-मुंबई के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में कवच प्रणाली (Train Collision Avoidance System) लगाया गया है. रेल मंत्रालय के अनुसार, इस कवच प्रणाली से ट्रेन की दुर्घटनाओं को कम किया जा सकेगा.

रेल यात्रियों को मिलेगी ये सुविधाएं

रेल मंत्रालय के अनुसार, वंदे भारत एक्सप्रेस रेल में सफर करने वाले यात्रियों को कई सुविधाएं प्रदान करेंगी. यात्रियों की सुरक्षा का भी खासा ख्याल रखा गया है. वहीं, नेशनल ट्रांसपोर्ट ने बताया कि वंदे भारत की बोगियों से ट्रैक्शन मोर्टस को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा ट्रेन में मॉडर्न सस्पेंशन सिस्टम रेल यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए इस्तेमाल किया जा रहा है.

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जानें वंदे भारत की खासियत

स्वदेशी ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस तेज रफ्तार के लिए भी जानी जाती है. वंदे भारत की रफ्तार 52 सेकेंड में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. रेल मंत्रालय ने बताया, ट्रेन में टच फ्री ल्लाइडिंग और स्वचालित दरवाजे का इस्तेमाल किया है, जो स्टेशनों पर पहुंचे स्वंय काम करेगी. वहीं, दिव्यांग यात्रियों के लिए कई सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं. बोगियों के अलावा सीटों पर ब्रेन लिपि अक्षर का इस्तेमाल किया गया है.

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