PMAYG योजना: पीएम मोदी ने धनतेरस के मौके पर 4.5 लाख लोगों को कराया गृह प्रवेश, मिलेगी ऐसी सुविधायें
प्रधानमंत्री ने योजना की शुरुआत करने के बाद मध्यप्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने इन घरों में बिजली और पानी के अलावा गैस कनेक्शन और शौचालय जैसी सभी सुविधाएं हैं. ये लाभार्थियों को उनके सपनों को पूरा करने की ताकत प्रदान करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धनतेरस के मौके पर मध्य प्रदेश में 4.5 लाख से अधिक लोगों को गृह प्रवेश कराया. प्रधानमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर मध्य प्रदेश के सतना जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAYG) के 4.51 लाख लाभार्थियों के लिए ‘गृह प्रवेश’ योजना की शुरुआत की. पीएम मोदी कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए.
PMAYG योजना के तहत बने आवास में मिलेगी ऐसी सुविधा
प्रधानमंत्री ने योजना की शुरुआत करने के बाद मध्यप्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने इन घरों में बिजली और पानी के अलावा गैस कनेक्शन और शौचालय जैसी सभी सुविधाएं हैं. ये लाभार्थियों को उनके सपनों को पूरा करने की ताकत प्रदान करेंगे. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री आवास योजना देश में सामाजिक-आर्थिक बदलाव का प्रमुख माध्यम बन गई है.
On the occasion of Dhanteras, I extend my wishes to all the people of the nation. Dhanteras is marked with new beginnings. It is a new beginning for 4.5 Lakh beneficiaries of Madhya Pradesh: PM Modi at the Griha Pravesham programme in MP pic.twitter.com/aCTNLVV0kZ
— ANI (@ANI) October 22, 2022
पीएम मोदी बोले- लाखों बहनों आज बन गयीं घर की मालकिन
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में कहा, मैं मध्य प्रदेश की उन लाखों बहनों को विशेष बधाई देता हूं जो आप अपने घर की मालकिन बनीं हैं और लाखों रुपये से बने घर ने आपको लखपति बना दिया है. उन्होंने आगे कहा, हमारी सरकार का सौभाग्य है कि पिछले 8 वर्षों में हम पीएम आवास योजना के तहत 3.5 करोड़ गरीब परिवारों का सबसे बड़ा सपना पूरा कर पाए. हमारी सरकार हर गरीब को अपनी पक्की छत देने के लिए दिन रात काम कर रही है. इसलिए आज इतनी बड़ी संख्या में घर बन रहे हैं. मध्य प्रदेश में भी पीएम आवास योजना के तहत करीब 30 लाख घर बनाए जा चुके हैं. करीब 10 लाख घरों पर काम चल रहा है. कई महीनों से केंद्र सरकार 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त राशन इसलिए दे रहे हैं ताकि वैश्विक महामारी के समय उसे भुखमरी का सामना न करना पड़े. इसके लिए केंद्र सरकार अब तक 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर चुकी है.