नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम के उस बयान पर स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें कहा गया था कि ‘चीन की सेना किसी भी भारतीय क्षेत्र में कब्जा नहीं की है और न ही घुसी है.’ पीएमओ ने एक बयान जाकर कहा है कि पीएम मोदी के एक कथन को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है.
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पीएमओ ने बयान जारी कर कहा है कि पीएम मोदी ने कल सर्वदलीय बैठक में जो चीन को लेकर बयान दिया था, वो 15 जून के संदर्भ में था, लेकिन उस बयान को ग़लत तरीके से तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. वो भी ऐसे समय में जब हमारे देश के जवान सीमा पर इस मुश्किल घड़ी में तैनात हैं और अपना काम रहे हैं.
15 जून को चीन ने घुसपैठ की कोशिश की- पीएमओ ने अपने बयान में कहा है कि पीएम मोदी ने जो बयान दिया उसका संदर्भ 15 जून को गलवान में 20 जवान के शहादत से संदर्भित था. 15 जून को चीन ने गलवान घाटी में घुसपैठ करने की कोशिश की थी, लेकिन हमारे सैनिकों ने उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया.
क्या कहा था पीएम ने– सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि भारत का न तो कोई जमीन का टुकड़ा किसी के पास है और न ही कोई सीमा पर घुसपैठ किया है. पीएम के इस टिप्पणी के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गई और 20 सैनिकों के शहादत का कारण पूछने लगी.
Posted By : Avinish Kumar Mishra