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15 वर्षों से फरार अपराधी को पुलिस ने दबोचा, सोने के दांतों की वजह से हुई पहचान

करीबन 15 वर्षों से फरार अपराधी आज आखिरकार पकड़ा गया. अपराधी की पहचान उसके सोने के दांतों की वजह से हो सकी. रिपोर्ट्स की माने तो अपराधी बीते लम्बे समय से कच्छ के सभराई गांव में छुपा हुआ था.

By Vyshnav Chandran | February 11, 2023 7:29 PM

Fugitive Caught After 15 Years: मुंबई पुलिस ने एक 38 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. पुलिस की अगर माने तो यह व्यक्ति पिछले 15 साल से पुलिस से बचकर भाग रहा था. पुलिस अधिकारियों की अगर माने तो अपराधी की पहचान उसके सोने के दांतों की वजह से हो सकी. पुलिस अधिकारियों ने आगे बताते हुए कहा कि- अपराधी पकड़े जाने से बचने के लिए बीते काफी लंबे समय से गुजरात के कच्छ में छुपकर रह रहा था. अपराधी की पहचान प्रवीन अशुभ जडेजा उर्फ़ प्रवीन सिंह उर्फ़ प्रदीप सिंह अशुभ जडेजा के रूप में हुई. बता दें प्रवीण पर पुलिस को धोखा देने और गुमराह करने के लिए चार्जशीट दायर की गयी थी.

जमानत के बाद फरार

जैसा की हमने आपको पहले भी बताया कि, प्रवीन अशुभ जाडेजा पर पुलिस ने धोखाधड़ी और गुमराह करने के लिए चार्जशीट दायर किया था. हालांकि, गिरफ्तार होने के कुछ ही दिनों बाद आरोपी को जमानत मिल गयी थी. बाद में सुनवाई के बाद, आरोपी मुंबई से फरार हो गया और फिर से कभी अदालत में पेश नहीं हुआ. यही कारण था कि अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था. पुलिस अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी.

साल 2007 की घटना

प्रवीन अशुभ जडेजा साल 2007 में एक कपड़े की दुकान पर काम कर रहा था. जहां उसे कथित तौर पर उस दुकान के मालिक और पुलिस को झूठा बयान दिया था और बताया था कि, एक व्यापारी से उसे जो पैसे लेने थे वह चोरी हो गया था. पुलिस अधिकारियों ने इस घटना के बारे में बताते हुए कहा कि- प्रवीन ने पुलिस और मालिक को यह कहकर गुमराह किया कि किसी ने शौचालय से उसका रुपयों से भरा बैग चुरा लिया है. जब पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि पैसे प्रवीन ने अपने पास ही रखे थे. बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और अदालत से जमानत पाने के बाद वह फरार हो गया था.

कच्छ में छुपा था अपराधी

पुलिस ने जब मामले की जांच को आगे बढ़ाया और प्रवीन के साथियों से पूछताछ की तो पता चला कि कच्छ के सभराई गांव में छिपा हुआ है. प्रवीन के ठिकाने का पता चलने के बाद पुलिस ने LIC एजेंट बनकर प्रवीन को मुंबई बुलाया. आरोपी की पहचान होने के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया.

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